कोरबा। कोरबा-पश्चिम क्षेत्र के कृष्णा नगर दीपका वार्ड के सैकड़ों निवासियों ने सुभाष चौक में धरना देने के बाद कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली। उन्होंने गेवरा-पेंड्रा रेल कॉरिडोर में उनके पूर्ण पुनर्वास की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।

कॉरिडोर का विरोध

कोरबा-पश्चिम के कृष्णा नगर दीपका वार्ड के निवासियों ने गेवरा-पेंड्रा रेल कॉरिडोर परियोजना के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। सुभाष चौक में धरना देने के बाद रैली निकालते हुए कलेक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया। स्थानीय निवासियों की प्रमुख मांग है कि परियोजना के तहत बचे 140 मकानों और संपत्तियों का अर्जन कर उन्हें पुनर्वासित किया जाए।

पुनर्वास की मांग

एसईसीएल दीपका गेवरा से जुड़ी इस रेल कॉरिडोर परियोजना से कृष्णा नगर वासियों पर गंभीर प्रभाव पड़ने की आशंका है। प्रस्तावित रेल मार्ग के कारण यह इलाका चारों ओर से रेल पथ, कोयला सड़क और वाशरी से घिर जाएगा, जिससे आवागमन और प्रदूषण की समस्याएं उत्पन्न होंगी। पहले ही 42 मकानों का अर्जन हो चुका है, लेकिन बाकी 140 मकान और उनके निवासियों के पुनर्वास की मांग अब भी लंबित है।

कटघोरा में भी प्रदर्शन

कृष्णा नगर के निवासियों ने कई बार आवेदन किया, लेकिन कार्रवाई न होने के कारण अब उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है। पूर्व में एसडीएम कार्यालय कटघोरा में भी प्रदर्शन किया गया था, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। अब 20 अगस्त को कृष्णा नगर से होकर गुजरने वाली रेल और सड़क परिवहन रोकने की चेतावनी दी गई है।

कोयला ढुलाई के लिए बिछ रही पटरी

उल्लेखनीय है कि एसईसीएल कोरबा कोलफील्ड्स के गेवरा, दीपका, कुसमुंडा और कोरबा क्षेत्र में विशाल कोयला भंडार है। कोयला परिवहन की समस्या को दूर करने के लिए 135 किमी लंबी गेवरा रोड-पेंड्रा रोड रेल कॉरिडोर परियोजना तैयार की गई है। इस परियोजना के तहत दीपका गेवरा क्षेत्र से कोयला परिवहन के लिए संपर्क रेल मार्ग का निर्माण किया जा रहा है।

आंदोलन के दौरान ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति ने भी समर्थन दिया। कलेक्टर ने आंदोलनकारी प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात कर आश्वासन दिया कि रेल प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता कर उचित निर्णय लिया जाएगा।

 

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