किसान से भू-अर्जन का केस निपटाने के लिए दो लाख रुपये की मांग की गई थी

हाईकोर्ट ने हाल ही में इस ऑफिस में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को लगाई थी फटकार

बिलासपुर, 17 मई। एंटी करप्शन ब्यूरो ने तहसील कार्यालय में एक राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार देवांगन को एक लाख रुपये की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है। एक किसान के भू अर्जन के काम के लिए उसने दो लाख रुपये मांगे थे। एक लाख रुपये की पहली किश्त लेते समय एसीबी ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। हाल ही में इस दफ्तर में फैले भ्रष्टाचार पर हाईकोर्ट की फटकार के बाद जिला प्रशासन ने पटवारियों और राजस्व निरीक्षकों का तबादला किया था।  आज ही कोंडागांव (बस्तर) में भी जल संसाधन विभाग के इंजीनियर के घर से रिश्वत के 50 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार बिलासपुर के तहसील कार्यालय में शिकायतकर्ता किसान का एक भू-अर्जन का काम रुका हुआ था। इस काम को करने के लिए राजस्व निरीक्षक ने दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत किसान ने एंटी करप्शन ब्यूरो से की। शिकायत की पुष्टि के बाद आज दोपहर तहसील कार्यालय में ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया। योजना के मुताबिक जैसे ही कृषक ने एक लाख रुपये राजस्व निरीक्षक के हाथ में दिए, ब्यूरो की टीम ने उसे दबोच लिया। ब्यूरो की टीम उसके कार्यालय को बाहर से बंद कर उससे कई घंटे पूछताछ की और दस्तावेज जब्त किए। इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।
ज्ञात हो कि बिलासपुर के तहसील कार्यालय में लंबित मामलों को लेकर एक पीड़ित ने हाईकोर्ट में याचिका लगा दी थी। इस पर सुनवाई करते हुए सरकार को हाईकोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई थी। हाईकोर्ट ने प्रदेशभर में लंबित मामलों की जानकारी मांगी  है। इधर बिलासपुर के कलेक्टर ने तहसील ऑफिस में रुके नामांतरण, भू अर्जन आदि के प्रकरणों की समीक्षा कर उनके जल्द निपटारे का निर्देश अधिकारियों को दिया था। साथ ही तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, क्लर्क तथा पटवारी स्थानांतरित कर दिए गए थे।
उल्लेखनीय है कि आज ही बस्तर के कोंडागांव में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री टीआर मेश्राम के सरकारी निवास से एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वत में लिए गए 50 हजार रुपये बरामद किए हैं।

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