रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ आगमन पर सवाल पूछते हुवे कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य माता कौशल्या का मायका और भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम राम का ननिहाल है और माता कौशल्या के जन्म भूमि विवाद पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को राम भक्तों को जवाब देना चाहिये संघ प्रमुख की चुप्पी समूचे विश्व के राम भक्तों को चुप रही है। प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और पूर्व धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जो कि संघ के ही स्वयंसेवक हैं उन्हें बुलाकर क्या वह पूछेंगे कि किन कारणों से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की माता कौशल्या के विश्व के एक मात्र मंदिर के गर्भ गृह में सालों-साल से ताला लगा हुआ रखा था और माता के भक्तों उनका दर्शन नहीं कर पा रहे थे क्या ऐसे कारण थे कि एक ओर पूरे देश में अयोध्या के राम मंदिर पर भाजपा और आरएसएस राजनीति कर रही थी वहीं दूसरी ओर अपने संघ समर्थित और स्वयंसेवक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की सरकार के तीन कार्यकाल बीत जाने के बाद भी भगवान श्री राम की माता कौशल्या का मंदिर विवाद नहीं सुलझाया जा सके।कौशल्या माता के मंदिर के गर्भ गृह में इक्कीस वर्षों तक ताला लगाकर रखा गया था क्या इन्हीं कारणों के चलते संघ प्रमुख मोहन भागवत माता कौशल्या के मंदिर चंदखुरी जाने से हिचक रहे हैं।
कांग्रेस ने संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत से प्रश्न करते हुए कहा कि जहां एक और भाजपा और आरएसएस गौ माता,गौ सेवा का ढिंढोरा पिटती है और जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजना जो विश्व की एकमात्र महती योजना जिसमें किसानों और पशुपालकों से दो रुपया किलो में गोबर खरीदा जाएगा और उसका वर्मी कंपोस्ट खाद बनाकर खेतों में उपयोग किया जाएगा जिससे कि आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध अनाज और फल सब्जी प्राप्त हो सकेगा। इस योजना पर डॉ मोहन भागवत क्या कहेंगे और क्या वह पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सहित पूर्व गौ सेवा आयोग और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े नेता विश्वेश्वर पटेल से पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के अंतिम कार्यकाल के सालों में आठ हजार से अधिक गोवंश की भूख से मौत पर प्रश्न करने के क्या वह पता करेंगे कि किन कमीशनखोरो के कारण गोवंश की भूख से मौत होती थी और संघ समर्थित रमन सरकार पर आरएसएस प्रदेश ईकाई चुप्पी साधे रखी थी।
कांग्रेस प्रवक्ता तिवारी ने संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत से विनम्रता पूर्वक प्रश्न करते हुए पूछा है कि जहां एक और कोरोना कोविड-19 महामारी संक्रमण के कारण गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारो के करोड़ो लोगों का रोजगार छीन गया है और खाने कमाने के लाले पड़ गए हैं इस हेतु कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार को अनुरोध करते हुए कहा था कि देश के गरीब लोगों के बैंक खातों में सात हजार पाँच सौ रुपया प्रति आगामी छह माह तक ट्रांसफर करें जो की कुल राशि तिरसठ हजार करोड़ रुपयों की होती है जिससे कि गरीब एवं मध्यम वर्गीय लोगों को इस कोरोना महामारी के समय जबकि उनके पास कोई भी रोजगार नहीं है जीवन यापन के लिए मदद मिलती बावजूद बीस लाख करोड़ कि हवा हवाई घोषणा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ढेला भर रुपया इन गरीब और जरूरतमंदों को नहीं दिया गया क्या हिंदू और हिंदुत्व की बात मुखरता से करने वाले संघ प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत गरीब एवं मध्यमवर्गी परिवार जिनकी नौकरियां छीन गई और रोजगार के साधन बर्बाद हो गए उनकी मदद के लिए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करेंगे। क्या संघ प्रमुख मोहन भागवत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहकर केंद्र के तीस लाख से अधिक रिक्त पदों में से तीन लाख पदों पर प्रदेश के बेरोजगार युवा और युवतियों को देने के लिए अनुरोध करेंगे।