आंदोलन तेज करने की चेतावनी, नहीं मिले जीएम, अधिकारियों ने बताई लाचारी

बिलासपुर। दर्जनों यात्री गाड़ियों को निरस्त करने, विलम्ब से चलाने और स्टॉपेज बंद करने को लेकर नागरिक एवं युवाओं ने नागरिक सुरक्षा मंच के बैनर पर रेल जोन महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव किया। रेल महाप्रबंधक की गैर मौजूदगी में

बरसते पानी में दोपहर में दो घंटे तक महाप्रबंधक कार्यालय के सामने नारेबाजी होती रही। उसके पश्चात् अधिकारियों ने नागरिक सुरक्षा मंच के 8 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को जीएम की अनुपस्थिति में मुख्य यात्री परिवहन प्रबंधक (सीपीटीएम) यशवंत कुमार चौधरी के साथ बैठक हुई।  प्रतिनिधि मंडल ने तीन मांगों पर बात की। उन्होंने रद्द यात्री ट्रेनों को तुरन्त चालू करने, रायगढ़ से राजनांदगांव और बिलासपुर से कटनी और कोरबा से रायपुर के बीच चलने वाली सभी लोकल गाड़ियों को किसी भी सूरत में रद्द नहीं करने तथा लेट लतीफी को तत्काल बंद करने की मांग की। सीपीटीएम चौधरी ने सुधार कार्यों को ट्रेनों को रद्द करने का कारण बताया। उन्होंने प्रतिनिधि मण्डल को आश्वस्त किया कि विलम्ब से चल रही ट्रेनों को समय पर चलाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। साथ ही स्थानीय पैसेंजर एवं मेमू ट्रेनों को नियमित चलाया जाए, इसका भी प्रयास होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर रद्द ट्रेनें एक सप्ताह के अंदर प्रारंभ हो जाएगी।
मंच के संयोजक अमित तिवारी ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर मांगों को नहीं माना गया तो आंदोलन का विस्तार होगा और माल लदान रोका जायेगा।
आंदोलन के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अभय नारायण राय भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि रेलवे जोन की तानाशाही और मनमानी बढ़ती जा रही है। ट्रेन बिना कारण, बिना पूर्व सूचना के बंद किए जा रहे हैं। जीएम आफिस के सामने धरना प्रदर्शन के लिए टेंट और माइक लगाने नहीं दिया जा रहा है। वहीं प्रतिनिधि मण्डल से महाप्रबंधक से मिलने नहीं देना भी दुर्भाग्यपूर्ण है। बहुत जल्द निर्वाचित प्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों को जोड़कर, सभी विपक्षी दलों को शामिल कर रेलवे के खिलाफ रेलवे के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
आज के आंदोलन में अमित तिवारी, अभय नारायण राय सहित प्रमुख रूप से अकबर खान, तैयब हुसैन, जावेद मेमन, रेलवे परिक्षेत्र पार्षद सांई भास्कर सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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