समीरा पैकरा ने अमित जोगी पर दर्ज 420 के मामले में कार्रवाई न होने पर थाने के घेराव की दी चेतावनी
बिलासपुर। भाजपा नेत्री समीरा पैकरा ने चेतावनी दी है कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अमित जोगी की फरवरी में दर्ज धारा 420 के मामले में गिरफ्तारी नहीं की गई तो वह गौरेला थाने के सामने धरने पर बैठ जायेंगी। इस मामले में अमित जोगी की प्रतिक्रिया का जवाब देते हुए पैकरा ने कहा कि मैं सरई की छांव में रहने वाली गांव की आदिवासी लड़की हूं, एयरकंडीशनर चलाकर सागौन बंगले में रहने वाली नहीं हूं।
मामला 3 फरवरी 2019 का है, जब भाजपा नेत्री समीरा पैकरा ने गौरेल थाने पहुंचकर अमित जोगी के खिलाफ एक लिखित शिकायत दी थी जिस पर पुलिस ने एफआइआर भी दर्ज की थी। समीरा के अनुसार अमित जोगी ने 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान नामांकन भरने के दौरान झूठा शपथ पत्र प्रस्तुत किया था, जिसमें उन्होंने अपना जन्म स्थान सारबहरा, गौरेला में 1978 में होना बतलाया। जबकि अमित ने हाईकोर्ट में दाखिल अपने एक जवाब में अपना जन्म 1977 बताया है। इसमें उन्होंने डलास टेक्सास अमेरिका में पैदा होने की बात कही है। जोगी ने 2013 के चुनाव में झूठा प्रमाण पत्र दाखिल कर धोखाधड़ी की। समीरा पैकरा की इस शिकायत पर गौरेला पुलिस ने अमित जोगी के खिलाफ 3 फरवरी 2019 को धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था पर आज तक उस पर कार्रवाई नहीं की गई है।
समीरा ने कहा है कि अगर पुलिस मामले में अमित के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती तो वह थाने में धरना देंगीं । इस आशय का ज्ञापन उन्होंने थाने में दे दिया है।
शिकायत के बाद अमित जोगी ने फेसबुक में कहा कि- जितनी चाबी भरी नाथूराम ने, उतना चले खिलौना।” हाल ही में राज्य शासन द्वारा नवनियुक्त महाधिवक्ता को अमित जोगी ने ‘नाथूराम गोडसे’ की विचारधारा से प्रभावित कहा था। नवनियुक्त महाधिवक्ता की मुवक्किल रह चुकी समीरा पैकरा का अचानक इस भीषण गरमी में गौरेला थाना पहुँचना इसी का परिणाम है।
अमित जोगी के इस ट्वीट पर समीरा पैकरा ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।। धूप में गौरेला थाने वाले शब्द में कहा कि अमित जोगी जी गाँव की आदिवासी लड़की को एयर कंडीशनर में रहने की आदत नही हमें सरई की छांव चाहिए, सागौन का बंगला नहीं। समीरा पैकरा ने अमित जोगी पर कटाक्ष किया और कहा कि उनके परिवार की पूरी पृष्ठभूमि ही आपराधिक है।
समीरा पैकरा ने कहा कि अजीत जोगी के द्वारा बनाये गए कथित फर्जी जाति प्रमाण पत्र को लेकर मरवाही के 200 अदिवासी परिवारों ने हाईकोर्ट बिलासपुर यचिका लगाई है जिसमे सी.बी. आई. जांच व अपराध दर्ज करने की मांग की गई है। इसमें वे प्रमुख यचिकाकर्ता हैं। यह मामला 2 वर्ष पूर्व का है। उन्होंने वर्ष 2013 के चुनाव अमीत जोगी के जाति प्रमाण पत्र और शपथ पत्र को झूठा बताते हुए अपराध दर्ज करने की मांग की थी। अमित जोगी के साथ रहे सारे लोगों को एक राजनेता रामअवतार जग्गी की हत्या के अपराध में सजा पा चुके हैं। पैकरा ने कहा कि अजीत जोगी के पास भी अलग-अलग समय में बनवाये गए अलग-अलग जाति प्रमाण पत्र हैं, जिस पर मध्यप्रदेश में भी आपराधिक प्रकरण चला। अंतागढ़ प्रत्याशी खरीद-फरोख्त कांड में उनका नाम आया, 2003-04 के चुनाव के बाद भी विधायक खरीद-फरोख्त का अपराध दर्ज हुआ था।
समीरा ने कहा कि जोगी ने गौरेला-मरवाही को जिला नहीं बनने दिया क्योंकि इसमें उनका हित है। अमित जोगी को चाहिये कि पहले वे अपने-आप को देखें फिर दूसरे पर आरोप लगाएं।
अदालत से चुनाव नही जीते जाते समीरा जी,
जनता ने आपको तब भी स्वीकार नही किया था,
वैसे भी आप और आपके साथी राजनीति सिर्फ ठेकेदारी चलाने के लिए ही कर रहे हैं..