चोरी व असामाजिक तत्वों की आवाजाही से परेशान छात्राओं ने दी थी आंदोलन की चेतावनी
बिलासपुर। शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज कोनी के गर्ल्स हॉस्टल में चोरी और असामाजिक तत्वों द्वारा उत्पात मचाये जाने की घटना के बाद आखिरकार अस्पताल प्रबंधन ने वहां की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। बाउंड्रीवाल और खिड़की ठीक कराई गई है और गार्डों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
मालूम हो कि बीते 23 अगस्त की हॉस्टल की बिजली गुल थी। रात में इस मौके का फायदा उठाते हुए तीन चार असामाजिक तत्वों ने हॉस्टल के कमरों में प्रवेश किया। एक छात्रा मोनिका पटेल की पर्स और मोबाइल को चोरों ने पार कर दिया। इसके अलावा कई छात्राओं के कपड़े भी चुराकर ले गये। कुछ कपड़ों को चोरों ने फाड़ भी दिया। हॉस्टल दो हिस्सों में है, जिनमें 150 छात्राएं रहती हैं। रात में सिर्फ एक गार्ड के हाथों पूरे हॉस्टल की देखभाल को छोड़ दिया गया था। परिसर की बाउन्ड्रीवाल कई जगह से टूटी हुई है, जिसमें से असामाजिक तत्व आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। इसके अलावा आसपास के कुछ लोग मवेशियां चराने के लिए भी यहां पहुंच जाते हैं। शाम के समय असामाजिक तत्व यहां शराब पीने के लिए भी पहुंच जाते हैं।
छात्राओं ने कई बार हॉस्टल वार्डन और प्राचार्य के समक्ष सुरक्षा को लेकर अपनी परेशानी रखी लेकिन गंभीरता से नहीं लिया गया। 24 अगस्त की सुबह चोरी का पता चलने पर छात्राओं ने फिर शिकायत की और कोनी थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई। अगले दिन 25 अगस्त को उन्होंने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। छात्राओं को किसी तरह समझा-बुझाकर रोका गया और दूसरे दिन से यहां बाउन्ड्री वाल के टूटे हिस्से की मरम्मत करा दी गई। इसके अलावा हॉस्टल में अब चार गार्ड्स की व्यवस्था कर दी गई है जो शिफ्ट में ड्यूटी करेंगे। इसके अलावा खिड़कियों की मरम्मत भी कराई गई है। कोनी पुलिस ने भी आश्वासन दिया है कि चोरी का पता लगाकर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा।