बिलासपुर। लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव से गले लगकर विधायक शैलेष पांडेय ने आज जीत की शुभकामनाएं देते हुए टिकट मिलने पर बधाई दी। कार्यकर्ताओं ने भी श्रीवास्तव का जगह-जगह आतिशबाजी और रंग गुलाल के साथ हर्ष व्यक्त किया।
अटल समर्थकों को लगता रहा है कि शैलेष पांडेय को विधानसभा टिकट देकर उनका हक मारा गया। विधानसभा टिकट के वितरण के बाद कांग्रेस भवन में इसे लेकर उन्होंने हंगामा भी किया था। पर टिकट की घोषणा होने के अगले दिन 23 मार्च को शैलेष पांडेय और अटल श्रीवास्तव जिस तरह एक दूसरे से मिले, उससे लगा कि उनके समर्थकों के बीच खटास दूर हो चुकी है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने बताया कि टिकट की घोषणा होने के बाद रात दो बजे से ही कार्यकर्ता बधाई देने अटल श्रीवास्तव के पास पहुंचने लगे थे। सुबह अटल ने रतनपुर के महामाया मंदिर और अन्य मंदिरों में परिवार और समर्थकों के साथ जाकर पूजा अर्चना की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के होली मिलन समारोह में वे शामिल हुए, उसके बाद महमद, गुरुनानक चौक, गांधी चौक, नेहरू चौक में भी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। राय ने कहा कि अटल श्रीवास्तव ने इंजीनियरिंग के बाद राजनीति चुनी और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अर्जुन सिंह को वे आदर्श मानकर चले। स्व. बीआर यादव और रामबाबू सोन्थलिया की सरपरस्ती में उन्होंने अपनी राजनीतिक क्षमता का विस्तार किया। वे अरपा बचाओ आंदोलन तथा अरपा महोत्सव के संयोजक रहे। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री रहते हुए उन्होंने संघर्ष किया। अब उन्हें संसद में नुमाइंदगी के लिए प्रस्तावित किया गया है।