कोटमी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मुख्य आरोपी सीमा गुप्ता पर पहले भी दर्ज हैं गंभीर मामले
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। कोटमी पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम पथर्रा बस स्टैंड में किराना दुकान की आड़ में चल रहे गांजा तस्करी के गोरखधंधे का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। मुख्य आरोपी सीमा गुप्ता को उसकी बेटी रेणु, बेटा हिमांशु और एक सहयोगी अथर गिरी उर्फ अजय के साथ गांजा व नकदी के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया। यह कार्रवाई एएसपी ओम चंदेल और डीएसपी निकिता तिवारी के मार्गदर्शन में की गई।
किराना दुकान की आड़ में गांजा तस्करी
मुखबिर से सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित दबिश दी और आरोपियों को मौके पर पकड़ लिया। 8.470 किलोग्राम गांजा (बाजार मूल्य ₹84,700), ₹59,190 नकद, तीन मोबाइल फोन (कीमत ₹25,000) समेत कुल ₹1,68,890 की अवैध संपत्ति जब्त की गई।
10 साल से अवैध गतिविधियों में लिप्त
जांच में सामने आया है कि सीमा गुप्ता पिछले एक दशक से अवैध कब्जा कर गांव में रह रही थी और पहले भी अवैध शराब तस्करी, हत्या के प्रयास जैसे मामलों में नामजद रही है। उसके खिलाफ पेंड्रा थाने में आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज है।
गांव में डर का माहौल, अवैध कमाई से खरीदी संपत्ति
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सीमा और उसका परिवार लंबे समय से अवैध गतिविधियों के चलते पूरे गांव में दहशत का कारण बना हुआ था। गांजा की कमाई से उसने पक्का मकान और महंगी बाइक भी खरीदी थी। पूछताछ में खुलासा हुआ कि गांजा की आपूर्ति में उसका बड़ा बेटा अविनाश गुप्ता उर्फ शानू, छोटा बेटा हिमांशु, भांजा अथर गिरी और सहयोगी महेंद्र गिरी उर्फ मधुर शामिल हैं।
नेटवर्क की जांच और फरार आरोपियों की तलाश
गिरफ्तार आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। पुलिस उनकी फॉरवर्ड-बैकवर्ड लिंक और सप्लाई चैन की भी गहराई से जांच कर रही है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।