बिलासपुर। श्रीराम केयर हॉस्पिटल गैंगरेप मामले में आज पीड़िता और उसके पिता ने संदेहियों की शिनाख्त करने से इनकार कर दिया। उन्होंने 10-12 दिन बाद खुद ही सम्पर्क कर इसके लिये समय देने की बात कही है। कल होश आने के बाद युवती ने मजेस्ट्रियल बयान दर्ज कराया था जिसमें रेप की बात को स्वीकार किया था। आज श्रीराम केयर हॉस्पिटल के संदेहियों को लेकर शिनाख्त परेड के लिये नायब तहसीलदार और पुलिस की टीम अपोलो पहुंची थी।
बीते 22-23 मई की रात की यह घटना बताई गई है, जिसकी एफआईआर सिविल लाइन थाने में दर्ज की गई है। इंजीनियरिंग कॉलेज की 18 वर्षीय इस छात्रा को गंभीर अवस्था में 21 मई को अमेरी रोड नेहरू नगर स्थित श्रीराम केयर हॉस्पिटल की आईसीयू यूनिट में इलाज के लिये लाया गया था। शिकायत के अनुसार युवती ने बोल नहीं पाने के कारण कागज पर लिखकर पिता को बताया था कि उसके साथ हॉस्पिटल के दो वार्ड ब्वाय ने 22-23 मई की रात उसके साथ बलात्कार किया। हॉस्पिटल में स्टाफ द्वारा गैंगरेप करने की वारदात की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज लिये और हॉस्पिटल में एक शासकीय स्त्री रोग विशेषज्ञ से मेडिकल चेकअप कराया गया। सीसीटीवी फुटेज में पुलिस के अनुसार उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली। मेडिकल चेकअप के बाद डॉक्टर ने भी रिपोर्ट दी है कि बलात्कार होने की पुष्टि नहीं हुई।
पीड़िता को इलाज के लिए अपोलो हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। घटना के 14 दिन बीत जाने के बाद शुक्रवार को पीड़िता का मजिस्ट्रेट ने बयान दर्ज किया जिसमें युवती ने अपने साथ घटना होने की पुष्टि की। जांच की कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए आज नायब तहसीलदार तुलसी मंजरी साहू पुलिस स्टाफ और हॉस्पिटल के संदिग्ध तीन वार्ड ब्वाय को लेकर अपोलो पहुंची थीं। अपोलो में युवती और उसके पिता ने शिनाख्त परेड में शामिल होने से इंकार कर दिया। पिता के अनुसार उसकी बेटी की मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं है और वह अभी शिनाख्त करने में असमर्थ है। उसने 10-12 दिन बाद खुद ही सूचना देकर शिनाख्त परेड में शामिल होने की बात कही। हालांकि पुलिस व नायब तहसीलदार ने उन्हें समझाया कि साक्ष्य जुटाने के लिए आरोपियों की शिनाख्त जल्दी किया जाना आवश्यक है।
सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने कहा कि शिनाख्त परेड कार्यपालक मजिस्ट्रेट के जिम्मे है। जांच की कार्रवाई शिनाख्ती के बाद आगे बढ़ाई जायेगी।