16 साल की लड़की ने पैसों के लालच में प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश  

कोरबा। पाली के पास एक डैम के किनारे टुकड़ों में मिले शव के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। 16 साल की लड़की ने सऊदी अरब से लौटे अपने सोशल मीडिया फ्रेंड को रांची से बुलाकर अपने प्रेमी के साथ मिलकर पैसों के लालच में उसकी हत्या कर दी थी।

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जिले की पाली पुलिस को 10 जुलाई को सूचना मिली थी कि गोपालपुर चौकी चैतमा के डैम से बोरी में कटे हुए कई टुकड़ों में शव मिला है। किसी अज्ञात व्यक्ति ने युवक की हत्या कर पहचान छिपाने के उद्देश्य से शव को धारदार हथियार से टुकडों-टुकड़ों में काट कर डेम में फेंक दिया था।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर एएसपी कटघोरा नेहा वर्मा, एसडीओपी कटघोरा पंकज ठाकुर, एफएसएल सीन ऑफ क्राइम यूनिट कोरबा के प्रभारी सत्यजीत कोसरिया एवं थाना पाली और चौकी चैतमा सहित साइबर टीम जांच में जुटी।
मृतक का शव दो बोरियों के साथ-साथ एक पिट्ठूनुमा बैग में गोपालपुर डेम से बरामद किया गया था। शव के टुकड़ों के साथ मिले आधार कार्ड, पासपोर्ट एवं फ्लाइट की टिकट के आधार पर मृतक की पहचान रांची के कांतातोला ग्राम के मोहम्मद वसीम अंसारी (26 साल) के रूप में हुई। वसीम पिछले दो वर्षो से सऊदी अरब में था।
मृतक की सोशल मीडिया प्रोफाइल से पता चला कि बांसटाल चैतमा थाना पाली की एक 16 साल की लड़की से वह चैटिंग करता था। बालिका का बांसटाल चैतमा निवासी आरोपी रजा खान (20 वर्ष) से प्रेम संबंध था। रजा खान को उसने बताया कि उसका सोशल मीडिया फ्रेंड वसीम सउदी अरब से वापस आ रहा है। वह अपने साथ  काफी रुपये पैसे लेकर आ रहा होगा।
एक जुलाई को वसीम दिल्ली पहुंचा और वहां से रांची आ गया। 2 जुलाई को आरोपी प्रेमिका ने उसे ट्रेन से बिलासपुर बुलाया। रजा खान के किराये पर उपलब्ध कराए गए बोलेरो वाहन में प्रेमिका बिलासपुर गई और वसीम को लेकर आरोपी रजा खान के घर आ गई।
योजना के अनुसार रात्रि करीब 11 बजे आरोपी रजा खान की प्रेमिका और वसीम बातें कर रहे थे कि रजा खान ने पीछे से एक लोहे मुर्गी काटने वाले कत्ता से वसीम अंसारी के गर्दन में पीछे से वार कर दिया। वसीम त़ड़पने लगा। प्रेमिका ने वसीम का पैर पकड़ा था और रजा खान ने ताबड़तोड़ वार कर सिर को धड़ से अलग कर दिया। फिर दोनों ने मिलकर वसीम के हाथ पैर धड़ को कत्ता एवं आरी ब्लेड से काटकर कई टुकड़े किए। अलग-अलग तीन ब्लास्टिक बोरी, पिठठू बैग एवं एक ट्रॉली बैग में डालकर शव को बांगो डेम में फेंक दिया। सुबह हो जाने से शव के शेष बचे हिस्सों को घर में छिपाकर रखा था, जिसे रजा खान 3 जुलाई की रात लगभग 11 बजे बाइक से गोपालपुर डेम में फेंक कर वापस आ गया। आरोपियों ने मृतक वसीम की सोने की चेन और अन्य सामान घर में छिपा दिया। प्रेमिका को मृतक के मोबाइल का पासवर्ड पता था। वसीम के मोबाइल के यूपीआई आईडी चेक करने पर खाते में 3 लाख रुपये थे, जिसे अपने तथा कुछ अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिया। रजा खान ने प्रेमिका के लिए ज्वेलरी ली थी, जिसका भुगतान किया तथा अपने लिए मोबाइल फोन लिया, बोलेरो का किराया भी दिया।
आरोपी रजा खान को ओडिशा से ट्रांजिट रिमाण्ड पर लाया गया। आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त कत्ता, मोटर साइकल एवं मृतक का मोबाइल फोन जब्त किया गया। आरोपी रजा खान को बीएनएस की धारा 103 (1) के तहत न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। सह अभियुक्त बालिका को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
उक्त विवेचना में दर्री के नगर पुलिस अधीक्षक रविंद्र कुमार मीणा के मार्गदर्शन में पाली के थाना प्रभारी चमन लाल सिन्हा, चौकी प्रभारी चैतमा चन्द्रपाल खाण्डे, विमलेश भगत, एएसआई पुरुषोत्तम उइके, आरक्षक अनिल कुर्रे, आशीष साहू तथा साइबर टीम के प्रधान आरक्षक राजेश कंवर, चन्द्रशेखर पाण्डेय, आरक्षक रवि चौबे, डेमन ओगरे, बिरकेश्वर प्रताप सिंह, आलोक टोप्पो, सुशील यादव, सुषमा डहरिया एवं अन्य जवानों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
चैतमा के पास टुकड़ों में बोरियों में बंद मिला था शव।

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