बिलासपुर। लॉकडाउन के कारण होटल ढाबे बंद हैं और ऐसे लोग भी घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं जिन पर सड़क पर विचरण करने वाले कुत्तों, गायों व अन्य पशुओं का भोजन निर्भर है। इस समस्या की ओर प्रशासन का ध्यान गया है और स्वयंसेवियों की मदद से उनके भोजन और उपचार की व्यवस्था शुरू कर दी गई है।
कलेक्टर डॉ. संजय अलंग के संज्ञान में यह बात लाई गई कि लॉकडाउन के कारण घुमंतू पशुओं को भी आहार उपलब्ध नहीं हो रहा है। इस पर उन्होंने पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। पशु चिकित्सा विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. आर के सोनवाने के नेतृत्व में डॉ. आर.एम. त्रिपाठी, डॉ. तन्मय ओत्तलवार, राजेन्द्र लांजेवार, ओंकार प्रसाद, जयंत श्रीवास्तव, महेन्द्र शुक्ला, नितिन महरोलिया, विक्की आहूजा एवं अन्य स्वयंसेवी संगठनों ने आगे आकर पशुओं के भोजन की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। इनके द्वारा 15 अप्रैल से लगातार आवारा कुत्ते, गौवंश व अन्य पशुओं के लिए स्वयं के स्त्रोतों से राशि एकत्र कर भोजन एवं उपचार की व्यवस्था की जा रही है।
प्रथम चरण में गोल बाजार, पुराना बस स्टैंड, करबला एवं रेल्वे स्टेशन बिलासपुर के क्षेत्रों में पाये जाने वाले पशुओं को भोजन एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई । द्वितीय चरण में 16 अप्रैल को शनिचरी बाजार, मछली मार्केट, बाल्मिकी चौक, तेलीपारा रोड, करबला, पुराना बस स्टैंड, तारबाहर चौक, रेल्वे स्टेशन बिलासपुर, बुधवारी बाजार में 200 से ज्यादा पशुओं को भोजन प्रदाय किया गया एवं उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। यह क्रम अनवरत जारी रखे जाने हेतु शहर के विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों ने अपना हाथ बढ़ाया है। जो संस्था या दानदाता इस कार्य में अपना सहयोग देना चाहते हों वे जिला पशु चिकित्सालय बिलासपुर में डॉ.तन्मय ओत्तलवार समन्वयक के दूरभाष क्रमांक 7999459198 एवं राजेन्द्र लांजेवार दूरभाष क्रमांक 8878607002 पर संपर्क कर अपना सहयोग प्रदान कर सकते हैं।