राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह ने पांच जिलों के निर्वाचन अधिकारियों की बैठक ली
बिलासपुर। राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह ने आज बिलासपुर संभाग में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन की तैयारी के लिये संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने स्पष्ट कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिये कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
मंथन सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में संभागायुक्त बी.एल.बंजारे, आईजी प्रदीप गुप्ता सहित बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ जिले के, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त कलेक्टर, उप जिला निर्वाचन अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं निर्वाचन से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
ठाकुर ने त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन के लिये मत पत्रों के मुद्रण, मतदान दलों का गठन, मतदान दलों का प्रशिक्षण, मतदान सामग्री की केन्द्रवार व्यवस्था, वाहन व्यवस्था, सेक्टर अधिकारियों की नियुक्ति, आदर्श आचरण संहिता का पालन, शिकायतों का निराकरण, मतदाता जागरूकता जाबो कार्यक्रम, संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों में व्यवस्था आदि की समीक्षा की।
उन्होंने निर्देश दिया कि मतपत्रों का मुद्रण त्रुटिरहित हो। इसकी छपाई के दौरान गोपनीयता और सुरक्षा का ध्यान रखें। मतदान दलों में महिला कर्मचारियों की ड्यूटी को देखते हुए उनके लिए सभी मूलभूत सुविधायें और आवागमन की सुविधा व सुरक्षा सुनिश्चित की जाये। जिन कर्मचारियों के परिजन चुनाव में खड़े हैं, उनका चुनाव ड्यूटी उन संबंधित क्षेत्रों में न लगाएं। मतदान दलों के प्रशिक्षण में जिला निर्वाचन अधिकारी भी उपस्थिति दें, जिससे मतदान कर्मियों का मनोबल बढ़ेगा। मतगणना के प्रशिक्षण पर विशेष फोकस करने कहा। ठाकुर रामसिंह ने मतपेटियों की व्यवस्था की जानकारी ली और उनकी अच्छी तरह जांच करने कहा।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि सेक्टर अधिकारियों को उनके कर्तव्यों के संबंध में अच्छी तरह अवगत कराया जाये।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पंचायत निर्वाचन में मतदान के दिन संबंधित क्षेत्र की शराब दुकानें उस दिन पूर्णतः बंद रखे जाने का आदेश दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मतदान के पश्चात कोशिश की जाये कि जल्द से जल्द मतगणना भी प्रारंभ हो जाये। यदि किसी कारणवश मतगणना समय पर न हो पाये तो मतपेटियों को सुरक्षित स्ट्रांग रूम में रखने के लिये व्यवस्था बनायी जाए। इस संबंध में सेक्टर अधिकारियों को भी अपने कर्तव्यों का पालन सुनिश्चित करना होगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान अभ्यर्थी और शासकीय कर्मचारी आदर्श आचरण संहिता का पालन करें। सभा, जुलूस, रैली, ध्वनि विस्तारक यंत्र के प्रयोग के लिये अनुमति, प्रचार वाहनों की अनुमति नियमानुसार ली जाये। अभ्यर्थियों को ऑनलाइन नॉमिनेशन की सुविधा दी गई थी। इसे दर्ज कराने में बिलासपुर जिले का प्रथम स्थान है। इस कार्य के लिये राज्य निर्वाचन आयुक्त ने जिला निर्वाचन अधिकारी और उनकी टीम की सराहना की। उन्होंने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन में भी मतदान केन्द्रों के बाहर सेल्फी जोन बनाया जायेगा। साथ ही मतदाताओं के लिये मतदान हेतु 18 प्रकार के दस्तावेज मान्य किये जायेंगे।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश दिये। मतदान दलों में शामिल कर्मचारियों की सुविधा का ध्यान रखा जाये ताकि उन्हें भोजन, पेयजल एवं परिवहन के लिये परेशानी न हो।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने नगरीय निकाय निर्वाचन सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिये सभी को बधाई दी। नगरीय निर्वाचन के अभ्यर्थियों द्वारा अंतिम लेखा निर्धारित समयावधि में प्रस्तुत नहीं करने पर इसकी रिपोर्ट राज्य निर्वाचन आयोग को देने कहा, ताकि नियमानुसार कार्रवाई की जा सके। बैठक में मानदेय वितरण की भी समीक्षा की गई।
बैठक में राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव पंचायत संतोष कुमार देवांगन, उप सचिव नगर पालिका दीपक कुमार अग्रवाल, अवर सचिव आलोक कुमार श्रीवास्तव व अनुभाग अधिकारी प्रणय कुमार वर्मा भी उपस्थित थे।