सक्ती। ग्राम तांदुलडीह (लोहराकोट) में उज्जैन के एक गुरु के अनुयायी परिवार के छह सदस्य साधना और पूजा-पाठ में लीन थे। गुरुवार, 17 अक्टूबर की सुबह, घर में दो युवकों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। वहीं, परिवार के चार अन्य सदस्यों को इलाज के लिए सक्ती के सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि दम घुटने या लंबे उपवास के चलते यह हादसा हुआ होगा।
पूजा-पाठ के दौरान अनहोनी की आशंका
पड़ोसियों के अनुसार, यह परिवार बुधवार शाम 6 बजे से लगातार पूजा-पाठ और “जय गुरूदेव” के जाप में लगा हुआ था। रातभर उनके जोर-जोर से जाप करने की आवाजें आती रहीं, लेकिन गुरुवार सुबह जब आवाज धीमी हुई तो पड़ोसियों को अनहोनी की आशंका हुई। दरवाजा खटखटाने पर भी घर की महिलाएं बाहर आकर डंडे लेकर दौड़ाने लगीं, जिससे मामला और संदिग्ध हो गया।
बेटी ने खुलवाया दरवाजा
स्थिति बिगड़ने पर पड़ोसियों ने परिवार की उरगा में रहने वाली विवाहित बेटी को सूचना दी। बेटी ने मौके पर आकर छप्पर हटवाकर दरवाजा खुलवाया, तब देखा कि दो युवक मूर्छित पड़े थे। सुबह 11 बजे से ही उनके इस हालत में होने की बात सामने आई है। पुलिस ने शाम को मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और शवों को मरच्यूरी में रखवाया गया है। फिलहाल परिजनों से पूछताछ जारी है।
यह घटना अब गांव में चर्चा का विषय बन गई है, और लोग इस साधना के पीछे के कारणों पर सवाल उठा रहे हैं।