करगीरोड (कोटा)। जनपद पंचायत कोटा के ग्राम पंचायत करगीकला में स्वच्छ भारत अभियान की मजाक उड़ाया जा रहा है। जहां एक तरफ देश  गंभीर बीमारी कोरोना वायरस से जूझ रहा है दूसरी तरफ यहां नाली से निकला गंदा मलबा बिना ब्लीचिंग पावडर के छिड़काव के ही गली में छोड़ दिया गया है।

वार्ड नं एक, दो और पांच में लोगों को यह समस्या आ रही है। पंचायत द्वारा साल में एक बार नाली की सफाई होती है। इस बार करोना वायरस के संकट को देखते हुए सरपंच द्वारा लोगों की शिकायत पर नाले की सफाई कराई गई लेकिन नाली से निकला गंदा  मलबा गली में छोड़ दिया गया। इससे बीमारी बढ़ने की ही आशंका है। गांव वालों ने बताया कि पंचायत सचिव पंचायत भवन में कभी नहीं बैठता, राह चलते मोबाइल फोन पर साफ-सफाई के लिए बोला जाता है और ग्रामीणों की शिकायत की अनदेखी की जाती है। जनपद के अधिकारी मुख्यमार्ग में घूमकर चले जाते हैं जबकि गांव के भीतर गलियों में समस्याएं हैं। पंचायत सचिव गंगासागर का कहना है कि अभी सफाई का काम चल रहा है।

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