रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर में ज्वेलरी दुकानों को किया था साफ, खरीदार सहित 7 मध्यप्रदेश से गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए अंतर्राज्यीय बसोर गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह ने राज्य के कई जिलों में ज्वेलरी दुकानों को निशाना बनाकर लाखों रुपये की चोरी की थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवर, नकदी, वाहनों और मोबाइल फोनों सहित कुल 52 लाख रुपये मूल्य की संपत्ति बरामद की है। इस सफलता के पीछे बिलासपुर पुलिस की महीनों की मेहनत और अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग शामिल है।

व्यापारियों में दहशत का था माहौल

पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला व व पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि बिलासपुर पुलिस की महीनों की मेहनत और अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर आरोपियों को पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ महीनों से ज्वेलरी दुकानों में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही थीं। रायपुर, जांजगीर-चाम्पा, बालोद, बलौदा बाजार और अंबिकापुर सहित बिलासपुर जिले के सीपत और चकरभाठा क्षेत्रों में कई ज्वेलरी शॉप्स को निशाना बनाया गया। इन घटनाओं से सराफा व्यापारियों में दहशत का माहौल था और प्रदेश सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी बिलासपुर पुलिस के सतत संपर्क में थे, ताकि इन मामलों का जल्द समाधान हो सके।

सीपत में हुई बड़ी घटना ने हिला दिया

15-16 जुलाई  की रात, सीपत थाना क्षेत्र में स्थित दामोदर ज्वेलर्स में चोरी की एक बड़ी घटना घटी। 4-5 अज्ञात चोरों ने दुकान के शटर का ताला तोड़कर और लोहे की रॉड से शटर को ऊपर उठाकर अंदर प्रवेश किया और 24.50 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवर और नकदी चुरा ली। शॉप के मालिक ने इन्हें चोरी करते देख लिया था। ललकारने पर चोरों ने उन पर पत्थर फेंककर दहशत फैलाई। इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर पुलिस की एसीसीयू और सीपत थाना की संयुक्त टीम ने मामले की जांच शुरू की।

टैटू के साफ निशान काम आए

जांच के दौरान, पुलिस ने शहर के 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले। इनमें से कुछ फुटेज में संदिग्धों के शरीर पर बने टैटू स्पष्ट रूप से दिख रहे थे। इन टैटू से पुलिस को आरोपियों की पहचान करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली। इसके अलावा, साइबर सेल की तकनीकी टीम ने भी महत्वपूर्ण इनपुट दिए, जिससे गिरोह के सदस्यों की गतिविधियों का पता चला।

पुलिस टीम ने यूपी-एमपी में डेरा डाला

गिरोह को पकड़ने के लिए पुलिस की विशेष टीम ने मध्य प्रदेश के  सिंगरौली,  बैढ़न,  सरई,  बरगवा,  लामादीह, बांधा, उज्जैनी, देवरी, और उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर, बनारस, जौनपुर में 7 दिनों तक डेरा डालकर अभियान चलाया। इस दौरान, टीम ने स्थानीय लोगों से इनपुट जुटाए और तकनीकी जानकारी का इस्तेमाल करते हुए आरोपियों के ठिकानों का पता लगाया।

सिंगरौली से गिरफ्तार हुए शातिर

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में लालमन उर्फ बडका (54 वर्ष), रामधीन (56 वर्ष), सियाराम (51 वर्ष), लालजी उर्फ किनका बसोर (35 वर्ष), राजेंद्र गुप्ता उर्फ गुड्डा बनिया (37 वर्ष), मनीष सोनी उर्फ सुशांत (30 वर्ष), और अमित सिंह (33 वर्ष) शामिल हैं। सभी आरोपी मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के रहने वाले हैं और इनके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

तपकरा, जशपुर की थी तैयारी 

पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने तपकरा, जशपुर में एक और ज्वेलरी शॉप में चोरी की योजना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर रुकने के बाद, गिरोह के सदस्यों ने ज्वेलरी शॉप की रेकी की थी। चोरी के बाद, उन्होंने अपने परिचित मनीष सोनी और अमित सिंह को बुलाया और चोरी का माल आपस में बांट लिया। बाद में, बाकी के जेवरात को मनीष सोनी और राजेंद्र गुप्ता को बेच दिया गया।

माल खरीदने वाले भी गिरफ्तार

पुलिस ने आरोपियों के पास से 33 किलोग्राम चांदी के जेवर, 125 ग्राम सोने के जेवर, 4 लाख रुपये नकद, एक होंडा सिटी कार, एक पल्सर मोटरसाइकिल और 6 मोबाइल फोन बरामद किए। चोरी का माल खरीदने वाले मनीष सोनी और राजेंद्र गुप्ता के पास से चांदी की सिल्लियां और अन्य आभूषण बरामद किए गए हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे आगे की पूछताछ शुरू कर दी है।

और खुलासे अभी बाकी

आरोपियों ने प्रदेश में कई अन्य ज्वेलरी दुकानों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और उनसे पूछताछ के आधार पर अन्य घटनाओं का भी खुलासा होने की संभावना है।

जांच टीम की सराहना 

बिलासपुर पुलिस की इस सफलता पर पुलिस महानिरीक्षक संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने टीम की सराहना की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनुज कुमार, डीएसपी उदयन बेहार, नगर पुलिस अधीक्षक निमितेश सिंह, एसीसीयू प्रभारी राजेश मिश्रा और उनकी टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।

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