बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के नव नियुक्त महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने अपने ऊपर लगाये गए आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जो फेसबुक पेज अस्तित्व में ही नहीं हैं, उनके आधार पर मुझे निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ता कनक तिवारी की आपत्तियों को लेकर अपना पक्ष रखा है।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अमित जोगी ने कुछ कथित फेसबुक पोस्ट की स्क्रीन शॉट को सामने लाते हुए वर्मा को आरएसएस समर्थक बताया है और इसे लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखा है। उन्होंने राहुल गांधी से स्पष्टीकरण भी मांगा है।
इसे लेकर पूछे गए सवाल पर नवनियुक्त एडवोकेट जनरल वर्मा ने कहा कि जो कथित फेसबुक पेज के शॉट दिखाकर मुझ पर कुछ लोग निशाना साधने में लगे हुए हैं दरअसल भाजपा शासनकाल के दौरान मेरे द्वारा की गई कानूनी लड़ाई को लेकर चिंतित हैं। मैंने डॉ. रमन सिंह सरकार के भ्रष्टाचार से लेकर जोगी परिवार के कई मुकदमों में कांग्रेस का और पीड़ितों का पक्ष मजबूती से रखा, इसलिए मुझ पर निशाना बनाने के लिए ऐसी शिकायत की जा रही है। ये फेसबुक पोस्ट इंटरनेट पर सर्च करने पर मिलता ही नहीं है। इन्हें ये शॉट कहां से मिले, वे ही बता सकते हैं। आजकल फोटोशॉप से कुछ भी तैयार किया जा सकता है।
महाधिवक्ता पद से हटाये जाने के तौर-तरीके पर कनक तिवारी ने राज्यपाल से मिलकर आपत्ति जताई है और कहा है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। इसे लेकर वर्मा ने कहा कि वे वरिष्ठ अधिवक्ता हैं, हमारे सीनियर हैं, उनको लेकर मैं कुछ नहीं कह सकता। महाधिवक्ता की नियुक्ति पर स्पष्ट संवैधानिक प्रावधान है, जिनका पालन इस नियुक्ति आदेश में किया गया है। प्रावधानों में स्पष्ट है कि यह पद तभी तक किसी के पास हो सकता है जब तक सरकार चाहे।