बिलासपुर । विश्वव्यापी कोरोना महामारी से लड़ने के वृहद अभियान में हर कोई अपने सामर्थ्य के अनुसार योगदान कर रहा है लेकिन 12 वर्षीय बालक उत्कर्ष पांडेय ने जेब खर्च से बचाकर गुल्लक में रखे गये लगभग आठ हजार रुपये दान कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। उसने अपने जन्मदिन के अवसर पर यह पुनीत कार्य किया।

अरविन्द नगर सरकंडा निवासी प्रशांत कुमार पांडेय के पुत्र उत्कर्ष का 1 मई को जन्मदिन था। हर साल वह दोस्तों व परिवार के साथ केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया करता है। इस बार उसका स्कूल बंद है और उसे पता है कि पूरा विश्व इस समय कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए जूझ रहा है। प्रदेश और बिलासपुर जिले में भी जरूरतमंदों को भोजन के साथ दवाईयां और जरूरी सामान उपलब्ध कराने के लिए बहुत पैसे की आवश्यकता पड़ रही है।

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उत्कर्ष ने अपने मम्पी-पापा और बहन को बताया कि वह इस बार जन्मदिन नहीं मनायेगा बल्कि वह गुल्लक में जमा किये अपने पैसे दान करेगा। उसके घरवालों ने उसके इस निर्णय की सराहना की। इसके बाद अपने जन्मदिन एक मई को वह अपनी बड़ी बहन के साथ गुल्लक लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा और अपनी जमा रकम सात हजार 838 रुपये कोरोना संकट से बचाव के लिये दान कर दिया। यह राशि एक पोटली में रखकर उसने अतिरिक्त कलेक्टर बीसी साहू को सौंपी। जिला प्रशासन ने बालक उत्कर्ष की संवेदना और जागरूकता की प्रशंसा की और इसे अनुकरणीय बताया है।

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