अमृत भारत योजना के तहत होना है 392 करोड़ रुपये से आधुनिकीकरण

बिलासपुर। रेलवे की ओर से स्पष्ट किया गया है कि सन् 1920 में बने बिलासपुर रेलवे स्टेशन की ऐतिहासिक बिल्डिंग को बिना कोई क्षति पहुंचाए आधुनिक निर्माण कार्य किए जाएंगे। यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ देने के उद्देश्य से बिलासपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास “अमृत भारत स्टेशन” योजना के तहत 392 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं से लैस एक विश्वस्तरीय स्टेशन प्रदान करना है, जो न केवल सुविधाजनक होगा बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी होगा।

रेलवे ने कहा है कि विशेष रूप से, पुनर्विकास के दौरान बिलासपुर रेलवे स्टेशन की पुरानी ऐतिहासिक इमारत को पूरी तरह संरक्षित रखा जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आधुनिक निर्माण के बावजूद स्टेशन की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर सुरक्षित बनी रहे।

800 यात्री क्षमता का विशाल प्रतीक्षालय होगा

स्टेशन के पुनर्विकास के तहत यात्रियों की सुविधाओं को उन्नत किया जाएगा। इसके अंतर्गत लगभग 800 यात्रियों के बैठने के लिए बड़े प्रतीक्षालय का प्रावधान किया जाएगा। साथ ही 1150 से अधिक वाहनों के लिए 28 हजार वर्ग मीटर पार्किंग क्षेत्र बनाया जाएगा। भीड़ प्रबंधन के लिए स्टेशन के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग मार्ग होंगे, जिससे यात्रियों को सुविधा होगी। इसके अलावा, 3 नए फुटओवर ब्रिज बनाए जाएंगे, जिनमें से दो स्टेशन प्रवेश के लिए और एक निकास के लिए होगा।

30 लिफ्ट, 22 एस्केलेटर लगेंगे

कॉन्कोर्स क्षेत्र का विस्तार 6051 वर्ग मीटर में किया जाएगा, जिसमें 1700 वर्ग मीटर का व्यावसायिक क्षेत्र होगा, जहां यात्रियों के लिए दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान उपलब्ध होंगे। विशेष रूप से बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिए 30 लिफ्ट और 22 एस्केलेटर लगाए जाएंगे ताकि प्लेटफॉर्म के बीच आवाजाही सुगम हो सके।

1200 किलोवाट का सोलर प्लांट

स्टेशन के पुनर्विकास में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए 1200 किलोवाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा, जो स्टेशन की छत पर 20 हजार 500 वर्ग मीटर में फैला होगा। जल संरक्षण के लिए 97 हजार लीटर क्षमता के रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स और इमरजेंसी पावर बैक-अप के साथ फायर फाइटिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा।

यात्री सुविधाओं में विस्तार

यात्रियों को दी जाने वाली अन्य सुविधाओं में खानपान सेवाएँ, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट, शौचालय, कवर शेड, और स्पष्ट साइनेज शामिल होंगे। स्टेशन को एक हरित स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा, जहाँ प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन का प्रावधान होगा, जिससे ऊर्जा की बचत हो सकेगी।

बिलासपुर स्टेशन का पुनर्विकास न केवल हाईटेक सुविधाएँ प्रदान करेगा, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का प्रतीक भी बनेगा। यह स्टेशन न केवल यात्रियों के लिए बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसरों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा, जिससे शहर की तस्वीर बदल जाएगी और इसे सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।

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