यह तस्वीर मंगलवार की रात करीब 9 बजे की है। तीन दिन तक बादलों की ओट में छिपा चांद आसमान खुलते ही खिल कर बाहर आ गया। वरिष्ठ पत्रकार प्राण चड्ढा ने यह खूबसूरत तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा है-खाड़ी के चक्रवात जनित बिन मौसम बरसात के बादल कुछ इस तरह से छाये रहे कि सूर्य देवता के भी दर्शन नहीं हुए। अब बादल छंट जाने के बाद रात का मुसाफिर अपनी यात्रा में निकल चुका है।
मालूम हो कि बंगाल की खाड़ी में उठे पे थाई चक्रवात के कारण बीते तीन दिनों से रिमझिम बारिश पूरे छत्तीसगढ़ में होती रही। आज कुछ ठहर-ठहर कर दिनभर हुई और शाम को यह झड़ी पूरी तरह से थम गई। बुधवार की सुबह आसमान खुलेगा तब सूर्य देव के दर्शन हो सकते हैं। बदली, बारिश के कारण छत्तीसगढ़ में नई सरकार के शपथ ग्रहण पर असर तो पड़ा ही, खेतों में सूख रहे धान भी खराब हो गए। साग सब्जी की फसलों को भी नुकसान हुआ।