दो दिवसीय दौरे पर एसईसीएल पहुंचे, सतर्कता पर दिया प्रेरक व्याख्यान
बिलासपुर। कोल इंडिया लिमिटेड के मुख्य सतर्कता अधिकारी (CVO) ब्रजेश कुमार त्रिपाठी अपने दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को बिलासपुर स्थित एसईसीएल मुख्यालय पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने एसईसीएल के अधिकारियों और कर्मचारियों को सतर्कता विषय पर विशेष व्याख्यान दिया और संगठन में ईमानदारी, पारदर्शिता तथा नैतिक आचरण की संस्कृति को सशक्त बनाने का आह्वान किया।
“सतर्कता हमारी साझा जिम्मेदारी”
व्याख्यान में त्रिपाठी ने इस वर्ष की सतर्कता थीम “सतर्कता – हमारी साझा जिम्मेदारी” पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा-
“Vigilance is by you, Vigilance is for you, and Vigilance is with you always”
(सतर्कता आपसे है, आपके लिए है और सदा आपके साथ है)।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास में प्रत्येक “कोल इंडियन” की भूमिका महत्वपूर्ण है। “कहा जाता है कि जो जीता वही सिकंदर, लेकिन मैं कहना चाहूँगा—जो जीता वही कोल इंडियन।” उन्होंने कहा कि सभी कर्मियों की निष्ठा और परिश्रम से ही कोल इंडिया आज भारत की दस सबसे अधिक लाभदायक कंपनियों में शामिल है।
सीएमडी दुहन की प्रेरक अपील
इस अवसर पर एसईसीएल के सीएमडी हरीश दुहन ने कहा कि हर कर्मचारी को अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से करना चाहिए, क्योंकि सतर्कता और पारदर्शिता हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।
संवाद सत्र और पौधारोपण कार्यक्रम
व्याख्यान के बाद त्रिपाठी ने एसईसीएल मुख्यालय के सतर्कता विभाग के अधिकारियों के साथ संवाद सत्र में भाग लिया। इसके पूर्व उन्होंने “एक पेड़ माँ के नाम, एक पेड़ सतर्कता के नाम” अभियान के तहत पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर सीएमडी हरीश दुहन, निदेशक (तकनीकी-संचालन) एन. फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (मानव संसाधन) बिरंची दास, निदेशक (वित्त) डी. सुनील कुमार, निदेशक (तकनीकी–योजना/परियोजना) आर.सी. महापात्र तथा सीवीओ एसईसीएल हिमांशु जैन भी उपस्थित रहे।
समीक्षा बैठक और तकनीकी अवलोकन
इस दौरान त्रिपाठी ने एसईसीएल मुख्यालय में विभागाध्यक्षों (HoDs) के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों और आईटी आधारित पहलों की विस्तृत प्रस्तुति दी गई।
समीक्षा से पहले उन्होंने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का भी निरीक्षण किया, जहां उन्होंने बताया गया कि केंद्र वर्तमान में 750 से अधिक कैमरों से खदानों और परिचालन क्षेत्रों की लाइव निगरानी कर रहा है। इस उन्नत ई-सर्विलांस प्रणाली से कोयला लोडिंग संचालन और सुरक्षा व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है।