बिलासपुर। श्रीराम केयर हॉस्पिटल की आईसीयू में भर्ती इंजीनियरिंग छात्रा (20 वर्ष) से गैंगरेप के आरोप में सिविल लाइन पुलिस ने अस्पताल के दो स्टाफ को गिरफ्तार किया गया है। आज हुई शिनाख्त परेड में पीड़िता ने इनकी पहचान की। हालांकि इनमें से एक आरोपी का दावा है कि वह घटना के दिन ड्यूटी पर ही नहीं था। पुलिस उसके दावे की जांच कर रही है।

बीते 18 मई को यह युवती अमेरी रोड नेहरू नगर स्थित श्रीराम केयर हॉस्पिटल में गंभीर हालत में भर्ती कराई गई थी। उसका इलाज आईसीयू में चल रहा था। उसने 23 मई की सुबह अपने पिता को कागज पर लिखकर दिया कि रात में उसके साथ दो वार्ड ब्वाय ने बलात्कार किया है। हॉस्पिटल में मौजूद अपनी मां को भी उसने इशारों में यह बात बताई। पिता ने सिविल लाइन थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने 24 मई को अपराध दर्ज करने के बाद जांच शुरू की। यहां पीड़िता के सामने कुछ संदिग्ध स्टाफ को लाकर खड़ा किया गया। पीड़िता ने पहचानने में असमर्थता जताई। एक शासकीय स्त्रीरोग विशेषज्ञ से पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से इसी बीच करा लिया गया, जिसमें दावा किया गया कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ है। इस पर पीड़िता के परिजनों ने मामले को रफा-दफा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। पीड़िता की सुरक्षा के लिए उसे आगे की इलाज के लिये अपोलो हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया। पीड़िता की तबियत में कुछ सुधार होने के बाद अपोलो अस्पताल में उसका मजिस्ट्रेरियल बयान दर्ज किया गया, जिसमें युवती ने बलात्कार होने की फिर पुष्टि की। इसके बाद पीड़िता से आरोपियों की शिनाख्त कराने के लिए अस्पताल के वार्ड ब्वाय को लेकर पुलिस व नायब तहसीलदार वहां पहुंची। छात्रा ने बाद में शिनाख्त करने की बात कही। छात्रा और उसके पिता का कहना था कि वह पूरी तरह कांसेस में नहीं है। इसके बाद पीड़िता को लेकर उसके माता-पिता घर ले गये थे। छात्रा की सहमति मिलने के बाद आज तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार मंजरी साहू की उपस्थिति में श्री राम केयर अस्पताल के 10 कर्मचारियों को लाकर शिनाख्त परेड कराई गई। इनमें पांच कर्मचारी ऐसे भी थे, जिनकी उस दिन अस्पताल में ड्यूटी नहीं थी। इनमें से दो लोगों को छात्रा ने पहचान लिया। छात्रा के पहचान करने के तुरंत बाद सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ शुरू की गई।

एडिशनल एसपी ओ.पी. शर्मा ने बताया कि दोनों के खिलाफ बलात्कार के आरोप में जुर्म दर्ज किया गया है। एक आरोपी के इस दावे की जांच की जा रही है कि वह घटना के दिन अस्पताल में ड्यूटी पर नहीं था।

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