बिलासपुर । सरकंडा इलाके के बहतराई के पास एक अवैध मुरुम खदान में डूबने से 12 साल के दो बच्चों की मौत हो गई। यह दुर्घटना तब हुई है जब अरपा में अवैध रेत खनन के कारण तीन बच्चियों की मौत के मामले पर प्रशासन को नागरिकों से लेकर कोर्ट तक ने कठघरे में खड़ा किया है।
सरकंडा पुलिस के मुताबिक रविवार की शाम टिकरापारा के रवि अहिरवार का 12 वर्षीय बेटा अभिषेक अपने रिश्तेदार दिलीप अहिरवार के घर आया था। यहां उसके बेटे 12 वर्षीय ईशान के साथ वह खेल रहा था। बाद में यहां से दोनों बहतराई और बिजौर के बीच स्थित मुरूम खदान की ओर चले गए। कुछ घंटों के बाद पुलिस को सूचना मिली कि दोनों बच्चे खदान में डूब गए हैं। सूचना मिलने पर परिवार के लोग भी वहां पहुंचे। तैराकों की मदद से दोनों बच्चों को बाहर निकाला गया और उन्हें सिम्स चिकित्सालय ले जाया गया। डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम कराने के बाद आज शवों को परिजनों को सौंप दिया गया।
ग्रामीणों के मुताबिक बिना लीज और स्वीकृति के अवैध रूप से यह मुरूम खदान संचालित किया जा रहा है। सुरक्षा का भी यहां पर कोई इंतजाम नहीं किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बीते 17 जुलाई को अरपा नदी में नहाने गई तीन बच्चियों की अवैध रेत खनन के चलते डूब जाने से मौत हो गई थी। इस मामले में हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। इस संबंध में एक जनहित याचिका पर सुनवाई की जा रही है। कोर्ट की नोटिस के बाद अब जिला प्रशासन ने अवैध रेत खनन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। तीन बच्चियों की मौत के मामले में बेलतरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी कांग्रेस नेता राजेंद्र साहू पर अवैध उत्खनन खनन का आरोप लगा था। भाजपा ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी।
इधर कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कल बैठक ली थी और रेत खनन पर एफआईआर का निर्देश दिया था। अब तक किसी भी अवैध मुरूम या रेत खदान को लेकर खनिज विभाग ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। बिलासपुर शहर के आसपास, तखतपुर, बिल्हा, मस्तूरी आदि इलाकों में बड़ी संख्या में अवैध मुरूम खदान चल रहे हैं।