जांजगीर-चांपा। जिले के करही गांव में नकली शराब पीने के बाद सूरज यादव (30) और मनोज कश्यप (38) की मौत के मामले में पुलिस ने जांच में पाया कि दोनों की शराब में जानलेवा ज़हरीला पदार्थ मिलाया गया था। पुलिस ने बुधवार को इस हत्या के दो मुख्य आरोपियों भोला टंडन उर्फ सुरेन्द्र टंडन और अनिल को गिरफ्तार किया और आज उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार मृतकों ने सोमवार सुबह स्थानीय अवैध विक्रेता से शराब खरीदी थी। कुछ ही समय बाद दोनों बेहोश हुए और उन्हें पास के निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ कि शराब में जहर मिला था।

एसपी विजय पांडे ने बताया कि मामले की पड़ताल के लिए नौ सदस्यीय जांच दल बनाया गया था। पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर पकड़े गए अवैध शराब विक्रेता भोला ने स्वीकार किया कि वह और उसके चचेरा भाई अनिल के साथ कई बार मृतकों के साथ तकरार हुई। वे मुफ्त में शराब मांगते थे और नहीं देने पर पुलिस में शिकायत कर देने की बात करते थे। वाद-विवाद से तंग आकर दोनों ने हत्या की साजिश रची। भोला ने बताया कि 14 सितंबर की शाम करीब 6 बजे अनिल ने उसे अंग्रेजी जिप्सी ब्रांड शराब का एक क्वार्टर और सुहागा दिया था। भोला ने रात में सुहागा शराब में मिलाया। 15 सितंबर को जब दोनों मृतक सूरज और मनोज शराब लेने आए तो वही शराब उन लोगों को दे दिया। आरोपियों को अनुमान था कि सुहागा मिलाकर देने से लोगों को भनक नहीं लगेगी और यह मान लिया जाएगा कि जहरीली शराब पी लेने की वजह से दोनों की मौत हो गई।

अदालत में पेश करने पर दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस ने मामले में  अपराध दर्ज कर आगे की जाँच जारी रखी है।

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