कलेक्टर ने दी मुख्यालय पर रहकर ड्यूटी करने का निर्देश, परिवहन पास नहीं बनेगा

तखतपुर। मुंगेली जिले के कर्मचारियों पर उस समय शामत आ गई जब वे  ड्यूटी पर  बिलासपुर से जाते समय चेक पोस्ट पर रोक लिये गये। लॉकडाउन का हवाला देते हुए कई कर्मचारियों को वापस लौटना पड़ा।

लॉकडाउन के कारण लोगों की अनावश्यक आवाजाही पर प्रतिबंध लगा हुआ है, पर मुंगेली जिले में पदस्थ अनेक अधिकारी, कर्मचारी मुख्यालय में न रहकर बिलासपुर से आना जाना करते हैं। लॉकडाउन चेकिंग के दौरान रोके जाने पर ये अपने सरकारी कर्मचारी होने का हवाला देते हैं पर पुलिस को इससे व्यवस्था संभालने में दिक्कत होती है।

कई दिनों से बन रही इस स्थिति की शिकायत कलेक्टर एन.एन. भूरे के पास पहुंची। उन्होंने  अपने कर्मचारियों को मुख्यालय मुंगेली में रहने का निर्देश दिया साथ ही पुलिस से कहा कि ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को  बिलासपुर से मुंगेली आने की अनुमति न दें। इसी तरह से मुंगेली से बिलासपुर लौटने वालों को भी अनुमति नहीं दी जायेगी। आने-जाने वालों का नाम-पता रजिस्टर पर नोट भी किया जा रहा है।

बुधवार को मुंगेली एसडीओपी साधना सिंह और जरहागांव थाना प्रभारी जयकुमार राठौर ने माइनिंग, कलेक्टोरेट, जनपद, सहकारी बैंक में कार्यरत अनेक कर्मचारियों को वापस मुंगेली भेज दिया। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि जो कर्मचारियों को मुख्यालय मुंगेली में ही रहना होगा, उनके लिये बिलासपुर का परिवहन पास बनाकर नहीं दिया जायेगा। बरेला चेकपोस्ट पर पुलिस ने  राजस्व विभाग के रामशरण साहू अमित मेश्राम, सिंचाई विभाग के आर के मिश्रा, पीएचई के गणेश मिश्रा, जिला सहकारी बैंक के बलराम प्रसाद भोई सहित और अन्य कर्मचारियों को वापस जिला मुख्यालय भेज दिया गया जबकि वे सभी छोडने के लिए मिन्नतें करते रहे।

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