कोंडागांव/ गांव वालों ने बैठक करके घासीराम एवं उनके सगे संबंधियों का हुक्का पानी बंद कर दिया। उसके घर में कोई भी आना जाना नहीं करेगा मजदूर भी उनके घर नहीं जाएगा न ही किसी दुकान से सामान खरीदेगा। कोई ग्रामीण घासीराम का साथ नहीं देगा। यदि इसका उल्लंघन करते पाया गया तो 50 हजार रुपये जुर्माना से दंडित किया जाएगा। दंड का भुगतान नहीं करने पर उसे भी बहिष्कार कर दिया जाएगा।

केशकाल से 25 किमी दूर मामला धनोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सवाला का है। जहां गुरुवार को घासीराम के घर के सामने ही एक बैठक रखा गया। जिसमें सरपंच के पति उपसरपंच मनीष नाग सहित गांव के कई लोग शामिल हुए थे। जहां खाप पंचायत की तरह फैसला लिया गया। अब घासीराम एवं उनके परिवार जिसमें उनके भाई एवं परिवार के कुल 10 परिवार के सामने विकट समस्या उत्पन्न हो गई है।

एक माचिस भी खरीदना है तो 5 किलोमीटर दूर धनोरा जाकर खरीदेगा। घासीराम खवास आदिवासी है। उसके घर में उसकी पत्नी एक पुत्र एवं दो पुत्रियां रहती हैं। इस फैसले के बाद उनके परिवार में भय का माहौल है। घासीराम ने बताया कि मामले की रिपोर्ट थाने में कर दी गई है। घासीराम ने यह भी बताया कि उसकी 22 वर्षीया पुत्री ने ग्रामीणों के फैसले का विरोध किया तो उससे मारपीट किया गया जिसकी सूचना भी थाने में दी गई है।

घासीराम ने बताया कि उसका गांव के ही एक व्यक्ति से जमीन का प्रकरण न्यायालय में चल रहा था। एसडीएम के द्वारा उनके पक्ष में फैसला दिया गया है। उसके बाद वह खेत मे धान का फसल लगाया था जिससे उस व्यक्ति ने गांव वाले को एकत्र करके भड़काया तथा तथा उसी के तहत मुझे गांव वालों ने बहिष्कार कर दिया है।

एसडीओपी केशकाल अमित पटेल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जमीन संबंधी झगड़ा है। लड़की से मारपीट करने की शिकायत के पश्चात एफ आई आर दर्ज किया गया है अभी मामले की जांच शुरू की गई है।

कलेक्टर कोंडागांव पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि वे मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और यदि बैठक में सरपंच और उपसरपंच उपस्थित थे तो उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। वह मामले को बारीकी से देख रहे हैं। तथा तत्काल जांच का आदेश दे दिए हैं।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here