संन्यास के बाद जीवन के नए अध्याय की ओर बढ़ाया कदम

वृंदावन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के एक दिन बाद अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ वृंदावन स्थित श्रीराधे हित केली कुंज आश्रम पहुंचकर प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लिया। यह मुलाकात सिर्फ एक आध्यात्मिक दर्शन नहीं थी, बल्कि कोहली के जीवन के नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक भी बनी।

सुबह-सुबह पहुंचा कोहली दंपती

कोहली और अनुष्का सुबह 6 बजे आश्रम पहुंचे और करीब साढ़े तीन घंटे तक वहां ठहरे। इस दौरान उन्होंने संत प्रेमानंद महाराज के साथ आत्मिक शांति, भक्ति और जीवन की दिशा पर गहन चर्चा की। वे आश्रम से सुबह 9:30 बजे निकले, लेकिन लगभग आधे घंटे बाद फिर लौटे और आश्रम के सामाजिक व सेवा कार्यों की जानकारी ली।

बातचीत के प्रमुख विषय

1. आत्मिक शांति और जीवन की चुनौतियाँ

कोहली ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि जीवन में असफलताओं और बड़े फैसलों के बाद आत्म-संयम और संतुलन कैसे रखा जाए। महाराज ने उन्हें भगवद्गीता के श्लोकों के माध्यम से कर्म और निस्वार्थता के महत्व को समझाया और कहा कि समर्पण भाव से ही शांति प्राप्त होती है।

2. पारिवारिक जीवन में आध्यात्मिकता

अनुष्का ने बातचीत में परिवार और बच्चों वामिका व अकाय के पालन-पोषण में आध्यात्मिक मूल्यों की भूमिका पर सवाल किए। प्रेमानंद महाराज ने उन्हें सादगी, प्रेम और विश्वास से परिवार चलाने की सलाह दी और बताया कि भक्ति जीवन को दिशा देती है।

3. संन्यास के बाद की सोच

विराट कोहली ने स्वीकार किया कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना उनके लिए एक बड़ा भावनात्मक निर्णय था। उन्होंने महाराज से पूछा कि जब जीवन का कोई बड़ा अध्याय खत्म होता है, तब आगे कैसे बढ़ा जाए। जवाब में महाराज ने कहा, “हर अंत एक नई शुरुआत है। ईश्वर में आस्था रखो, वही तुम्हें नई दिशा देगा।”

4. अनुष्का की भक्ति भावना

अनुष्का शर्मा ने वृंदावन की दिव्यता और राधा-कृष्ण की भक्ति के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने ध्यान और साधना के माध्यम से आत्म-जागरूकता की बात उठाई। महाराज ने उन्हें राधा-कृष्ण की लीलाओं से प्रेरणा लेने और प्रेम व समर्पण को जीवन का आधार बनाने का सुझाव दिया।

संवाद का माहौल

इस आध्यात्मिक चर्चा का स्वरूप अनौपचारिक और आत्मीय था। कोहली और अनुष्का श्रद्धा से संत के चरणों में बैठे और उनकी बातों को ध्यान से सुना। इसके बाद वे आश्रम की अन्य गतिविधियों में भी भाग लेते दिखे।

सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। खासतौर पर विराट और अनुष्का को संत प्रेमानंद महाराज के चरणों में बैठे देखकर उनके प्रशंसकों ने इसे “विनम्रता और भक्ति” का प्रतीक बताया। अनुष्का ने इस यात्रा को “आध्यात्मिक रूप से गहराई से जुड़ने वाला अनुभव” बताया।

संन्यास के बाद पहली सार्वजनिक उपस्थिति

विराट कोहली ने 12 मई को इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने 14 वर्षों तक भारत के लिए कई ऐतिहासिक मुकाबले खेले और देश को गौरवान्वित किया। आश्रम में यह उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति रही, जिससे यह मुलाकात और भी खास बन गई।

पहले भी कर चुके हैं दौरा

यह पहली बार नहीं है जब विराट और अनुष्का वृंदावन पहुंचे हों। इससे पहले वे 4 जनवरी 2023 और 10 जनवरी 2025 को भी संत प्रेमानंद महाराज से मिल चुके हैं। जनवरी 2025 की यात्रा में उनके दोनों बच्चे भी साथ थे।

आध्यात्मिक जीवन की झलक

विराट और अनुष्का का यह दौरा उनके आध्यात्मिक झुकाव की एक और कड़ी है। इससे पहले वे ऋषिकेश, नर्मदा किनारे, नीम करोली बाबा के आश्रम और कैंची धाम जैसे स्थानों का दौरा कर चुके हैं। इन यात्राओं में उनकी आध्यात्मिकता की गहराई अक्सर चर्चा का विषय बनती है।

अनुष्का का भावुक संदेश

विराट के संन्यास के बाद अनुष्का ने सोशल मीडिया पर एक दिल छू लेने वाला संदेश साझा किया, “वे आंसू जो तुमने कभी नहीं दिखाए, वे आंसू जो तुमने अकेले में बहाए… तुम मेरे घर हो।” यह पोस्ट उनके रिश्ते की गहराई और विराट के संघर्ष की सराहना का प्रतीक बनी।

प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर फैन्स ने विराट-अनुष्का की इस यात्रा को “आध्यात्मिक प्रेरणा” बताया। कई लोगों ने इसे कोहली के जीवन में नए अध्याय की शुरुआत माना, वहीं कुछ ने अनुष्का की भक्ति भावना और उनके परिवार की सरलता की सराहना की।

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