बिलासपुर। रामा वैली में कुत्तों के साथ बरती गई क्रूरता के खिलाफ युवाओं का गुस्सा आज फूट पड़ा। बड़ी संख्या में पशु प्रेमियों ने पशु चिकित्सालय के सामने एकत्र होकर कैंडल मार्च निकाला और दोषियों को सजा देने की मांग उठाई।
दो अक्टूबर को रामा वैली में 20 से अधिक कुत्तों को कॉलोनी से बाहर करने के लिए पेशेवर सूअर पकड़ने वाले लोगों को बुलाया गया था। कुत्तों को काबू में करने के लिए उन्होंने रस्सी से बांध कर लाठियों से घायल और बेहोश होते तक पीटा और एक ट्रैक्टर की ट्राली में लादकर उसी हालत में एक अज्ञात जगह पर ले जाकर छोड़ दिया गया। कई कुत्तों की मौत हो जाने की आशंका भी जताई जा रही है। उन्हें किस जगह छोड़ा गया है यह भी पता नहीं चल रहा है।
इस घटना से व्यथित एनिमल प्रोटेक्शन सोसायटी और पशु सेवा केन्द्र के लोगों ने पुलिस और प्रशासन के बीच लगातार आवाज उठाई तब जाकर कल शाम चकरभाठा पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया पर यह अपराध अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है जबकि पशु प्रेमियों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक इसमें रामा वैली के कुछ प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आ चुके हैं। मोहल्ले में जिनको कुत्तों को पकड़ने के लिए लाया गया और जिस वाहन से उन्हें लादकर ले जाया गया यह इस पॉश कॉलोनी के सुरक्षा गार्डों से ही चुटकियों में पता किया जा सकता है।
घटना में अभी भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की क्षीण संभावना को देखते हुए पशु प्रेमियों के अनेक संगठन एक साथ जिला पशु चिकित्सालय,सिटी कोतवाली के पास एकत्र हुए। इनमें अधिकांश युवा थे। वे अपने साथ पोस्टर और कैंडल लेकर नारे लगा रहे थे। दोषियों को सजा दिलाने की मांग पर करते हुए शहर के मुख्य बाजार से होते हुए पैदल नेहरू चौक पहुंचे। यहां कैंडल जलाकर उन्होंने मूक पशुओं के प्रति संवेदना जताई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रसूखदार होने के कारण किसी को बचाया गया या कार्रवाई में ढिलाई बरती गई तो इस मामले पर वे आगे और आंदोलन करेंगे तथा न्याय पाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे।