कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ पैसे लेकर टिकट बांटने और कमीशनखोरी का लगाया था आरोप
रायपुर। लोकसभा चुनाव में हरियाणा के सिरसा से कांग्रेस की उम्मीदवार व छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की पूर्व प्रभारी महासचिव कुमारी सैलजा ने कांग्रेस की विधानसभा टिकट बेचने का आरोप लगाने वाले भाजपा नेताओं को लीगल नोटिस भेजी है। उन्होंने कहा कि वे अपने आधारहीन बयानों के लिए दो दिन के भीतर माफी मांगें अन्यथा मानहानि के मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार रहें। ये सभी नेता छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
छत्तीसगढ़ के इन नेताओं में कांकेर के पूर्व विधायक शिशुपाल सौरी, बलौदाबाजार के पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा, दुलेश्वर चंद्राकर, जिला पंचायत बिलासपुर के अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान,चंद्रशेखर शुक्ला, आलोक पांडे, उषा पटेल, पूर्व महापौर वाणी राव, अजय बंसल, अनिता रावटे, तुलसी साहू सहित अन्य शामिल हैं। दो दिन पहले इन्होंने सिरसा के भाजपा कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस ली । इन्होंने आरोप लगाया था कि बतौर कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा ने ऐसे लोगों को विधानसभा टिकट बांटी जिन्होंने पैसे दिए। उन्होंने योग्य उम्मीदवारों की सिफारिश नहीं की जिसके चलते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाली कांग्रेस नेत्री खुद भ्रष्टाचार में लिप्त रहती है। छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले, कोयला घोटाले, सभी कुमारी सैलजा का कमीशन होता था। उन्होंने कहा कि हमने कांग्रेस इसीलिये छोड़ी क्योंकि वहां सिर्फ भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की सुनवाई होती थी।
भाजपा नेताओं ने कुमारी सैलजा की ओर से नोटिस मिलने की पुष्टि करते हुए कहा है कि इसका कानूनी तरीके से जवाब दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि सिरसा में छठवें चरण में 25 मई को मतदान है।