नगर- निगम सीमा के अंतर्गत खमतराई की 11 एकड़ सरकारी जमीन पर लगभग 94 लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया था। प्रशासन की जांच में पता चला कि मणिशंकर त्यागी नामक व्यक्ति ने इस शासकीय भूमि को अवैध रूप से छोटे-छोटे टुकड़ों में बेच दिया है। रविवार को इसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, नगर निगम प्रशासन ने मणिशंकर त्यागी को जमीन और निर्माण से जुड़े दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी किया था। समय सीमा के भीतर दस्तावेज न प्रस्तुत करने पर, निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देशानुसार रविवार को जोन क्रमांक 7 की टीम ने मणिशंकर त्यागी के अवैध मकान और दुकान को जमींदोज कर दिया।
प्रशासन ने यह भी कहा कि बाकी बचे अतिक्रमण को जल्द ही हटाया जाएगा। मणिशंकर त्यागी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। खमतराई के वार्ड क्रमांक 58 में स्थित काली मंदिर के पास मणिशंकर त्यागी ने बिना अनुमति के वाणिज्यिक और आवासीय निर्माण कराया था, जिसमें चार दुकानें और एक मकान शामिल था, जिसे आज ध्वस्त कर दिया गया।
निगम कमिश्नर अमित कुमार और एसडीएम पीयूष तिवारी ने रविवार को मौके पर जाकर खमतराई की अतिक्रमित जमीन का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि 11 एकड़ में फैली इस शासकीय भूमि से अतिक्रमण को पूरी तरह हटाने के लिए जल्द ही और कार्रवाई की जाएगी। इसी भूमि में से दो एकड़ जमीन ब्राह्मण समाज को भी आबंटित की गई थी, जो अतिक्रमण के दायरे में आ गई थी।