बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही और खरीदी तथा आयुष्मान योजना में भ्रष्टाचार की आशंका के चलते सिम्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. केके सहारे और अधीक्षक (एमएस) डॉ. एसके नायक को निलंबित करने का आदेश दिया है। मंत्री ने सिम्स मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं पर संभाग स्तरीय बैठक के दौरान यह बड़ा फैसला लिया। तीन घंटे से अधिक चली इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष्मान योजना के तहत तीन साल का हिसाब न दे पाने और सामान खरीदी में अनियमितताओं की जांच का निर्देश दिया है।
इसके पहले, स्वास्थ्य मंत्री ने कोनी में निर्माणाधीन 10 मंजिला अत्याधुनिक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सभी निर्माण कार्यों को 31 अक्टूबर 2024 तक पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल का उद्घाटन राज्य स्थापना सप्ताह के दौरान किया जाएगा। 200 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस अस्पताल में 240 बेड की सुविधा होगी, जहां छह गंभीर बीमारियों का इलाज हो सकेगा। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने फायर और लिफ्ट ऑडिट को जल्द पूरा करने पर भी जोर दिया, ताकि समय रहते सभी सुविधाएं चालू की जा सकें।
सिम्स के लिए 10 करोड़ की स्वीकृति
बैठक में सख्त तेवर दिखाते हुए मंत्री जायसवाल ने कहा कि राज्य सरकार आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में किसी भी प्रकार की रुकावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सिम्स के विकास और नए उपकरणों की खरीद के लिए उदारता से 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है।
बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई, जिनमें स्वशासी खाते से कॉलेज का ऑडिट कराने के लिए 1.5 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई। सिम्स परिसर में विद्युत सब-स्टेशन के लिए नवीन एलटी पैनल स्थापित करने हेतु 42 लाख रुपये की मंजूरी दी गई, साथ ही मेडिकल कॉलेज भवन के लिए डीजी सेट खरीदने की अनुमति भी दी गई।
इसके अलावा, सिम्स के डीन और मेडिकल सुपरिटेंडेंट के लिए नए वाहन खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। मेडिकल छात्रों के परिवहन के लिए 52 सीटर बस की भी वित्तीय और प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। चिकित्सा छात्रों के लिए हिंदी मीडियम की पुस्तकें खरीदने के लिए 5 लाख रुपये, और सिम्स छात्रावास में बेड की खरीद के लिए 14 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई। जेम पोर्टल के माध्यम से नियमानुसार इन वस्तुओं की खरीदी की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से, सिम्स अस्पताल के मलेरिया वार्ड में फाउलर मैट्रेस, कंसलटेंसी फीस, कंप्यूटर सेट, फोटोकॉपी मशीन और सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। अस्पताल को तैयार करने, कंप्यूटर ऑपरेटर, स्टाफ नर्स और सफाई कर्मचारियों की भर्ती के निर्णय भी बैठक में लिए गए।
बैठक व निरीक्षण के दौरान विधायक सुशांत शुक्ला, धरमलाल कौशिक, दिलीप लहरिया, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त किरण कौशल, स्वास्थ्य विभाग के संचालक ऋतुराज रघुवंशी, सीजीएमएससी की प्रबंध संचालक पद्मिनी बोई, एनएचएम के प्रबंध संचालक डॉ. जगदीश सोनकर, नगर निगम आयुक्त अमित कुमार सहित अन्य अधिकारी एवं स्वशासी समिति के सदस्य भी उपस्थित थे।