निजी अस्पताल में आ रहा था 3 लाख का खर्च, आयुष्मान योजना से मुफ्त हुआ इलाज

बिलासपुर। सड़क दुर्घटना में एक युवक बुरी तरह घायल हो गया। उसके चेहरे की 22 हड्डियां टूट गईं। सिम्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने करीब 9 घंटे तक जटिल ऑपरेशन करके उसकी जान बचा ली।
कोरबा के 34 वर्षीय युवक को बुरी तरह घायल होने के बाद बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जब वह डॉक्टरों ने इलाज में 3 लाख का खर्च बताया तो परिजन उसे सिम्स लेकर आए।
यहां पर दंत रोग के विभागाध्यक्ष डॉ संदीप प्रकाश और उनकी टीम ने युवक का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। घायल युवक का 3डी सिटी फेस स्कैन किया गया। बीते 18 मई को लगातार 9 घंटे ऑपरेशन करके क्षत-विक्षत चेहरे को जोड़ दिया गया। इस दौरान मरीज के चेहरे पर 22 प्लेट और 60 स्क्रू लगाए गए। ऑपरेशन के बाद मरीज को हॉस्पिटल में ही भर्ती करके रखा गया था, ताकि कोई परेशानी आने पर उसको त्वरित इलाज मिल सके। 20 दिनों के भीतर वह पूरी तरह स्वस्थ हो गया और अब उसे रिलीव कर दिया गया है। आयुष्मान योजना के तहत उसका सिम्स में इलाज निःशुल्क हुआ। ऑपरेशन टीम में डॉक्टर जेएस ठाकुर, डॉक्टर भूपेंद्र कश्यप, डॉक्टर हेमलता राजमणि, डॉक्टर प्रकाश खरे, डॉक्टर सोनल पटेल व निश्चचेतना विभाग के अध्यक्ष डॉ राकेश निगम शामिल थे। इसके अलावा  नर्सिंग टीम शामिल थी।

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