निगम के सभी 70 वार्ड शामिल, शुरुआत में मिलेंगे 135 करोड़
डिप्टी सीएम साव, विधायक अमर व सुशांत ने दी नगरवासियों को बधाई
पांच साल तक सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और हरियाली पर रहेगा फोकस
बिलासपुर। केंद्र शासन के स्मार्ट सिटी फेस 2 में छत्तीसगढ़ से एकमात्र शहर बिलासपुर को शामिल किया गया है। इसकी घोषणा दिल्ली में केंद्रीय आवासन एवं शहरी मंत्री हरदीप पुरी ने की।
देश के 100 स्मार्ट शहरों में केवल 18 शहरों का चयन दूसरे फेज के लिए किया गया है। रायपुर और नवा रायपुर दूसरे फेज के लिए आयोजित स्पर्धा के पहले राउंड में ही बाहर हो गए थे । दूसरे फेज के लिए केंद्र शासन से शुरुआत में मिलने वाले 135 करोड़ से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर किया जाएगा। स्मार्ट सिटी 2.0 में नगर निगम सीमा क्षेत्र के सभी 70 वार्डों शामिल होंगे। इसकी समयावधि पांच साल रहेगी।
जून 2024 में स्मार्ट सिटी मिशन की अवधि समाप्त होने के पहले केंद्रीय आवासन एवं शहरी मंत्रालय द्वारा स्मार्ट सिटी 2.0 पर काम प्रारंभ कर दिया गया था। इसके तहत 31 मई 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटी 2.0 को मंजूरी दी गई। इसके तहत प्रतियोगिता के आधार पर शहरों के चुनाव करने और शहरों को ग्रीन व क्लीन बनाने के लिए शहर में एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन पर खास ध्यान देने की योजना बनाई गई थी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री पुरी ने 16 नवंबर को सिटीज इन्वेस्टमेंट टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन 2.0 चैलेंज को लांच किया था। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत आने वाले सभी 100 स्मार्ट शहर इस योजना के लिए आवेदन मंगाए गए थे। सिटी 2.0 के तहत 100 में से 84 स्मार्ट शहरों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। इन शहरों से पहले राउंड के लिए सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए आगामी कार्य योजना को लेकर प्रस्ताव मंगाए गए। प्राप्त प्रस्तावों का 9 सदस्यीय कमेटी द्वारा परीक्षण किया गया,जिसमें दूसरे राउंड के लिए 36 शहरों का चयन किया गया। दूसरे राउंड के तहत 7 और 8 फरवरी को प्रेजेंटेशन के लिए चयनित 36 शहरों के प्रशासनिक टीम को नई दिल्ली बुलाया गया,जहां सभी शहरों ने अपना प्रेजेंटेशन दिया। प्रेजेंटेशन पश्चात सोमवार को देश के कुल 18 शहरों का चयन किया गया। प्रेजेंटेशन स्मार्ट सिटी बिलासपुर के एमडी और नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने दिया था। इसका प्रारूप तत्कालीन एमडी कुणाल दुदावत ने तैयार कराया था।
स्मार्ट सिटी 2.0 के तहत शहर में पूर्व से संचालित सालिड वेस्ट मैनेजमेंट को और अधिक ढंग से प्रभावी बनाया जाएगा। इसके तहत कचरे से उर्जा खासकर खाद से सीएनजी बनाई जाएगी। शहरी क्षेत्रों में सर्कुलर अर्थव्यवस्था हासिल करने के कचरे से खाद बनाने वाले संयंत्र और कचरे से ऊर्जा बनाने वाले संयंत्रों की स्थापना की जाएगी। आने वाले 5 वर्षों में बिलासपुर को पूरी तरीके से स्वच्छ और सुंदर बनाने का लक्ष्य रखा गया है।।
उप मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने कहा है कि स्मार्ट सिटी के दूसरे फेज में बिलासपुर का चयन पूरे राज्य के लिए उपलब्धि है। शहर के विकास में यह मील का पत्थर साबित होगी। विधायक अमर अग्रवाल ने कहा है कि प्रधानमंत्री के 2070 तक जीरो कार्बन उत्सर्जन के संकल्प को पूरा करने में बिलासपुर का भी योगदान होगा, जो गौरव की बात है। इसका कार्यक्षेत्र शहर के सभी 70 वार्ड हैं, जिससे सभी क्षेत्रों में काम होगा। बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने भी कहा कि इस मंजूरी से अब निगम सीमा क्षेत्र में जुड़े नए वार्डों में स्वच्छता समेत अन्य कार्यों को गति मिलेगी। सभी शहरवासियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई।स्मार्ट सिटी एमडी अमित कुमार ने शहरवासियों को बधाई देते हुए कहा कि बिलासपुर में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट को प्रभावी और शहर को ग्रीन बनाने में स्मार्ट सिटी 2.0 की बड़ी भूमिका होगी।