पुलिस ने माना बाल संरक्षण कानून का उल्लंघन
जांजगीर चांपा। जांजगीर थाना क्षेत्र के खोखसा ओवरब्रिज पर सड़क सुधार की मांग को लेकर किए गए चक्काजाम मामले में बड़ा पुलिसिया एक्शन सामने आया है। सोमवार को हुए इस आंदोलन के बाद नगर विधायक व्यास नारायण कश्यप, ग्राम जर्वे (च) की सरपंच उत्तरा कश्यप, उनके पति कमल कश्यप समेत कुल 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
खराब सड़क को लेकर चक्का जाम
30 जून को सुबह करीब 11 बजे ग्राम जर्वे (च) के ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने नगर विधायक के नेतृत्व में खोखसा ओवरब्रिज से पीथमपुर मार्ग तक खराब सड़क को लेकर चक्काजाम किया। पुलिस का कहना है कि आंदोलन के दौरान स्कूली बच्चों को भी प्रदर्शन में शामिल किया गया, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया और आम जनता को खासी परेशानी हुई।
पुलिस ने इस मामले को भारतीय न्याय संहिता (BNS) और बाल संरक्षण कानून का उल्लंघन माना है।
एफआईआर में ये लोग शामिल
- व्यास कश्यप – विधायक
- उत्तरा कश्यप – सरपंच, ग्राम जर्वे (च)
- कमल कश्यप – सरपंच पति
- योगेश कश्यप – उप सरपंच
- उमा राठौर – जिला पंचायत सदस्य
- अरमान खान – पार्षद, वार्ड 4
- डिगेश्वर यादव – जनपद सदस्य
- टंकेश्वर यादव – बीडीसी
- संजय यादव – पंच
- गोपाल कश्यप, किशोर सिंह, प्रियांश तिवारी, गिरधारी कश्यप – ग्रामीण
- संदीप तिवारी – किसान नेता
पुलिस का बयान
जांजगीर पुलिस ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। चक्काजाम को अवैध बताया गया है और इसमें स्कूली बच्चों की भागीदारी को गंभीर माना गया है।
विधायक ने बताया राजनीतिक साजिश
एफआईआर दर्ज होने के बाद विधायक व्यास कश्यप ने प्रतिक्रिया दी कि “यह एक राजनीतिक षड्यंत्र है। प्रशासन अपनी विफलता छिपाने के लिए आम जनता की जायज मांग उठाने वालों को डराने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने चुनौती दी कि सरकार अगर फेल हुई तो अपने विधायक फंड से 3 करोड़ रुपए खर्च कर वे खुद इस सड़क को बनवाएंगे जनता के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे, चाहे प्रशासन लाठी चलाए या मुकदमा दर्ज करे।”













