15 जून तक सीमांकन का शत-प्रतिशत निराकरण के निर्देश दिया कलेक्टर ने
बिलासपुर। सीमांकन के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत लेते राजस्व निरीक्षक की गिरफ्तारी के बाद अब कलेक्टर अवनीश शरण ने जिले की तीन नायब तहसीलदारों को शो कॉज नोटिस जारी किया है। राजस्व संबंधी सभी तरह के मामलों के निराकरण में उनके द्वारा शिथिलता बरतने के साथ ही शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा को लांघा जा रहा था। इनमें सकरीनायब तहसीलदार राकेश ठाकुर, लीलाधर चंद्रा और बिल्हा की नायब तहसीलदार विनीता शर्मा शामिल हैं।
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर निराकरण की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने एक-एक नायब तहसीलदार के मामलों की समीक्षा की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि बरसात शुरू होने के पहले 15 जून तक सीमांकन के तमाम दर्ज मामले निराकृत कर लिए जाएं। फिलहाल लगभग 700 मामले विभिन्न तहसीलों में लंबित हैं। ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह एक राजस्व निरीक्षक संतोष देवांगन को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने गिरफ्तार किया था। उसने सीमांकन के एवज में एक शिक्षक से 3 लाख रुपये की घूस मांगी थी।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि राजस्व अधिकारी अब इलेक्शन मोड से बाहर आ जाएं। अगले 10 दिनों में कार्य में प्रगति दिखनी चाहिए। प्रकरणों में केवल आदेश जारी करना पर्याप्त नहीं है। पक्षकारों को तत्काल इसके आदेश की प्रति दें। उन्होंने कहा कि निराकरण की प्रगति की वे साप्ताहिक समीक्षा करेंगे। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को भी समीक्षा करने का निर्देश दिया। प्रमुख रूप से कलेक्टर ने बैठक में आम जनता से ज्यादा जुड़े मामले नामांतरण, बटवारा, सीमांकन, डायवर्सन की गहराई में जाकर समीक्षा की। ज्यादा से ज्यादा डायवर्सन के मामले दर्ज कर राजस्व वसूली के निर्देश दिए। आबादी भूमि की ड्रोन सर्वे की भी जानकारी बैठक में ली गई। जिले की कुल 708 ग्रामों में से 661 ग्रामों में आबादी भूमि है। सभी का सर्वे ऑफ़ इंडिया द्वारा ड्रोन सर्वे किया जा चुका है। उपलब्ध कराए गए सर्वे नक्शा का राजस्व अधिकारियों द्वारा सत्यापन कराया जा रहा है। बैठक में अपर कलेक्टर आरए कुरुवंशी और शिव कुमार बनर्जी सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी उपस्थित थे।