बिलासपुर, 18 सितंबर। अज्ञेय नगर में रहने वाले एक 71 वर्षीय रिटायर्ड अधिकारी को साइबर ठगों ने 54 लाख रुपये की धोखाधड़ी में फंसा लिया। आरोपियों ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अधिकारी बताकर पोर्नोग्राफी वीडियो अपलोड करने और मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने का डर दिखाया। पुलिस ने हरियाणा और राजस्थान से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना की शुरुआत 24 जून को हुई जब रिटायर्ड अधिकारी जयसिंह चंदेल के मोबाइल पर एक अनजान कॉल आया। कॉल करने वाले ने उन पर आरोप लगाया कि उनके मोबाइल से आपत्तिजनक वीडियो अपलोड किया गया है और इसके आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने अधिकारी का आधार कार्ड नंबर भी बताकर उन्हें भरोसा दिलाया और फिर जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की संलिप्तता का डर दिखाकर पैसे मांगे। ठगों की धमकी से डरे चंदेल ने अलग-अलग बैंक खातों में 54 लाख रुपये जमा करा दिए।

बाद में जब उन्होंने अपने बेटे को इस बारे में बताया, तब उन्हें एहसास हुआ कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं। इसके बाद उन्होंने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए रेंज साइबर थाने ने जांच शुरू की।

तकनीकी जांच और संदिग्ध बैंक खातों की जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने राजस्थान और हरियाणा में दबिश दी। पुलिस ने हरियाणा के सिरसा जिले के विजय (29), राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अमित जालप (23) और निखिल सैनी (18) को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों ने अलग-अलग मोबाइल नंबर और बैंक खातों का उपयोग कर ठगी की योजना बनाई थी।

आरोपियों ने ठगी की रकम को यूएसडीटी (क्रिप्टोकरेंसी) में बदलकर उपयोग किया था, जिससे धोखाधड़ी के इस मामले को और जटिल बनाया गया। फिलहाल तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर बिलासपुर लाया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि इस मामले में और भी ठगी के मामले उजागर हो सकते हैं।

 

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