सरगुजा में कांग्रेसी पीड़ित परिवार से मिले, मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तीन लुटेरों ने सरगुजा कलेक्टर कार्यालय के एक ड्राइवर की बेरहमी से हत्या कर दी। सप्ताह भर पहले इसी जगह पर एक युवती की भी हत्या हुई थी। कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश की लगातार बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है। पीड़ित परिवार से सरगुजा में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की है और मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे व सरकारी नौकरी की मांग की है।

सोमवार की सुबह 4 बजे बदमाशों ने 35 वर्षीय ईश्वर राजवाड़े को चाकुओं से गोदकर मार डाला। ईश्वर अंबिकापुर का निवासी था और सरगुजा कलेक्टर कार्यालय में ड्राइवर के पद पर कार्यरत था।

आज बेटे का जन्मदिन मनाना था..

मिली जानकारी के अनुसार, ईश्वर राजवाड़े रविवार को सरकारी अधिकारी एसडीओ राजीव पाठक के साथ काम के सिलसिले में रायपुर पहुंचा था। पाठक ने बताया कि ईश्वर ने अपने बेटे के जन्मदिन का जिक्र करते हुए कहा था कि उसे जल्द अंबिकापुर लौटना है। लेकिन तेलीबांधा तालाब के पास जब उन्होंने गाड़ी पार्क की थी तो तीन लुटेरों ने उसे घेर लिया और मोबाइल लूटने की कोशिश की। लूट के दौरान हुए विवाद में लुटेरों ने ईश्वर पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

ईश्वर राजवाड़े का चार वर्षीय बेटा अपने पिता के जन्मदिन पर घर लौटने का इंतजार कर रहा था। लेकिन बेटे के जन्मदिन के मौके पर पिता की मौत की खबर घर पहुंची, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। ईश्वर अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था, उसकी मौत से पूरा परिवार शोक में डूबा है।

बघेल और सिंहदेव की प्रतिक्रिया

इस घटना ने छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा, “यह सरकार नागरिकों को खुद की सुरक्षा करने का संदेश जारी कर दे, क्योंकि राज्य अपराधियों के हवाले हो चुका है।” वहीं, पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने इसे राज्य की भाजपा सरकार की नाकामी बताया और कहा कि अपराधियों में कानून का कोई खौफ नहीं बचा है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक से भी फोन पर बात कर कानून व्यवस्था सुधारने की मांग की।

लुटेरों का दुस्साहस, पुलिस के लिए चुनौती

पुलिस के मुताबिक, यह घटना तड़के करीब 3 बजे की है, जब ईश्वर मरीन ड्राइव के पास गाड़ी पार्क कर परिचित से मिलने गया था। तभी तीन लुटेरों ने उस पर हमला कर दिया। युवक ने मदद के लिए भी पुकार लगाई, लेकिन कोई सामने नहीं आया। खून अधिक बहने और तत्काल चिकित्सा न मिल पाने के कारण ईश्वर की मौके पर ही मौत हो गई।

कांग्रेस ने की मुआवजे की मांग

सरगुजा में कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी जरिता लैतफलांग के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने ईश्वर के परिवार से मुलाकात की और सरकार से मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की। उन्होंने कहा कि यह हत्या ड्यूटी के दौरान हुई है, इसलिए सरकार को मृतक के परिवार को मदद देनी चाहिए।

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