कोरबा-हरदीबाजार। ऑटो चालक अशोक यादव की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने जांच के बाद मुड़ापार निवासी युवती चित्ररेखा कश्यप के खिलाफ प्रताड़ना और ब्लैकमेलिंग के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।
मृतक के परिजनों और अन्य संबंधित लोगों के बयान, साथ ही अशोक द्वारा फेसबुक पर लिखे गए सुसाइड नोट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। पुलिस ने चित्ररेखा कश्यप के खिलाफ धारा 108-BNS के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फेसबुक पर की आपबीती साझा
अशोक यादव, हरदीबाजार थाना क्षेत्र के बाजार मोहल्ला का निवासी था। उसने 28 सितंबर 2024 की शाम को अपने घर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। आत्महत्या से पहले अशोक ने फेसबुक पर एक पोस्ट कर अपनी पीड़ा जाहिर की थी। उसने युवती पर लगातार उसे ब्लैकमेल करने और पैसों की मांग के कारण मानसिक रूप से प्रताड़ित होने का आरोप लगाया। पोस्ट में उसने लिखा कि युवती और पुलिसकर्मियों ने घटना के दिन उसे फोन पर धमकी दी, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या का कदम उठाया। उसने यह भी बताया कि पैसे नहीं देने पर उसे फंसाने की धमकी दी जा रही थी।
ब्लैकमेलिंग पर नहीं हुई कार्रवाई
अशोक ने 23 अगस्त 2024 को हरदीबाजार थाने में युवती के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उसने बताया कि युवती पिछले तीन साल से उसे ब्लैकमेल कर रही है और उसने कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन पुलिस द्वारा युवती के पक्ष से माफी मंगवाकर शिकायत वापस करा दी गई और भरोसा दिलाया गया कि आगे ऐसा नहीं होगा। इसके बावजूद शिकायत वापस होते ही युवती ने दोबारा ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और इस बार पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। अशोक ने अपनी पोस्ट में लिखा कि वह पुलिस और युवती की धमकियों से तंग आकर आत्महत्या करने पर मजबूर हुआ।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
अशोक यादव की आत्महत्या के बाद हरदीबाजार पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। अशोक के परिजनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते उसकी शिकायत पर उचित कार्रवाई करती तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। इस घटना ने पुलिस के प्रति लोगों का आक्रोश बढ़ा दिया है, और अब परिजनों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
परिजनों ने कहा- सख्त कार्रवाई हो
अशोक यादव के परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि अशोक को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और जानबूझकर उसकी जिंदगी को कठिन बनाने में जिन लोगों का हाथ है, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। परिजनों ने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा मिले।