बिलासपुर। बीमा पॉलिसी दिलाने के बहाने ठगों ने एसईसीएल के सेवानिवृत्त अधिकारी से 10 लाख 23 हजार रुपए की ठगी कर ली। पहले एक कॉल के जरिए उन्हें बताया गया कि उनकी बीमा पॉलिसी का चेक मुंबई कार्यालय में पड़ा है, जिसे प्राप्त करने के लिए बीमा लोकपाल से संपर्क करना होगा।

इसके बाद ठगों ने उन्हें एक मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया और धीरे-धीरे विश्वास में लेकर अलग-अलग किस्तों में बड़ी रकम ट्रांसफर करवा ली। जब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ, तब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। यह मामला सकरी थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कैसे हुई ठगी?

परसदा स्थित सृष्टि कॉलोनी निवासी 66 वर्षीय बृजनंदन सिंह एसईसीएल से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उन्होंने वर्ष 2008 में मैक्स इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी ली थी। 4 जनवरी को उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। उसने खुद को बीमा कंपनी का अधिकारी बताया। उसने कहा कि उनका पॉलिसी से संबंधित चेक मुंबई कार्यालय में है और उसे क्लियर कराने के लिए बीमा लोकपाल से संपर्क करना होगा।

झांसे में आकर भेजे लाखों रुपये

कथित बीमा अधिकारी ने उन्हें एक मोबाइल नंबर दिया, जिसे बीमा लोकपाल का बताया गया। जब बृजनंदन सिंह ने उस नंबर पर संपर्क किया, तो उन्हें चेक क्लियर कराने के नाम पर 12 हजार रुपए ट्रांसफर करने को कहा गया। इस तरह, अलग-अलग बहानों से उनसे 10 लाख से अधिक की रकम ट्रांसफर करा ली गई।

पहले 12 हजार आरटीजीएस के माध्यम से भेजे गए, फिर 17 हजार, टीडीएस के नाम पर 24 हजार, और अंत में अन्य चार्जेस जोड़कर कुल 10 लाख 23 हजार रुपए वसूल लिए गए। ठगों ने उन्हें यह भी भरोसा दिलाया कि उनकी पॉलिसी की परिपक्वता राशि 44 लाख होगी।

जब हुआ ठगी का एहसास

रकम लगातार बढ़ती गई और जब ठगों ने और पैसों की मांग की, तब बृजनंदन सिंह को ठगी का संदेह हुआ। उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। अब पुलिस आरोपियों तक पहुंचने के लिए उनके मोबाइल नंबरों की जांच कर रही है।

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