बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले प्रमुख स्टेशन उस्लापुर की रेलवे सुरक्षा बल (RPF) पोस्ट को अब थाने का दर्जा मिल गया है। यह निर्णय 1 अप्रैल से प्रभावी हो गया है। पहले यह पोस्ट बिलासपुर आरपीएफ के अधीन कार्यरत थी, लेकिन उस्लापुर से सभी पैसेंजर और मालगाड़ियों के संचालन को देखते हुए यात्रियों और रेलवे संपत्ति की सुरक्षा के लिए यह बड़ा कदम उठाया गया है।
महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, बिलासपुर द्वारा लिए गए इस निर्णय से उस्लापुर स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था अब और अधिक पुख्ता और संगठित होगी।
अब उस्लापुर आरपीएफ थाने में स्टेशन प्रभारी निरीक्षक, उपनिरीक्षक और अधिक संख्या में बल की तैनाती की गई है। ये बल न केवल प्लेटफॉर्म ड्यूटी निभाएंगे, बल्कि रात में चलने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों के साथ एस्कॉर्ट ड्यूटी भी करेंगे। इससे ट्रेनों में अपराधों की रोकथाम, मामलों की जांच प्रक्रिया तेज़ करने और शिकायतों के समाधान में भी तेजी लाई जा सकेगी। इस बदलाव से उस्लापुर और आसपास के क्षेत्रों में यात्रा कर रहे यात्रियों को सुरक्षा का नया भरोसा मिलेगा।
मंडल रेल प्रबंधक राजमल खोईवाल ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “आरपीएफ पोस्ट को थाना बनाए जाने से न केवल सुरक्षा तंत्र मजबूत होगा, बल्कि अपराधों पर नियंत्रण और यात्रियों के सुरक्षित यात्रा के प्रति विश्वास में भी वृद्धि होगी। यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”