सात को खेल गतिविधियों से हटाया गया, जीएम ने शपथपत्र में छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट को दी जानकारी
बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के बॉक्सिंग रिंग में स्पोर्ट्स ऑफिसर के जन्मदिन पर हुई शराब और चिकन पार्टी के मामले में हाईकोर्ट की सख्ती के बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आ गया है। रेलवे के महाप्रबंधक (GM) ने कोर्ट में शपथपत्र देकर बताया कि इस मामले में 12 कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जबकि 7 कर्मचारियों को खेल गतिविधियों से हटा दिया गया है।
कोर्ट ने पूछा था— दोषियों पर क्या कार्रवाई हुई?
इस पूरे मामले को हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान में लिया था। अदालत ने 23 अक्टूबर को छुट्टी के दिन विशेष सुनवाई करते हुए रेलवे जोन के महाप्रबंधक से पूछा था कि इस अनुशासनहीनता पर दोषियों के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं। इसके जवाब में रेलवे ने बताया कि नियम 68 के तहत विभागीय जांच का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और कार्रवाई 100 दिनों के भीतर पूरी की जाएगी।
इन 12 कर्मचारियों पर कार्रवाई का प्रस्ताव
- श्रीकांत पाढ़ी
- सुभाष कुमार
- बी. अनिल कुमार
- सुमित कुमार
- पी. तुलसी राव
- विकास ठाकुर
- पूर्णेन्द्र साहू
- ओ.पी. यादव
- पी. ईश्वर राव
- वाई. नागू राव
- देवेंद्र यादव
- पी.के. तिवारी
खेल गतिविधियों से हटाए गए अधिकारी और कोच
रेलवे ने जिन सात कर्मचारियों को खेल गतिविधियों से हटाया है, उनमें स्पोर्ट्स सेल के सचिव, इंचार्ज, कोच, क्लर्क और मैनेजर शामिल हैं। इनमें श्रीकांत पाढ़ी, पूर्णेन्द्र साहू, सुमित कुमार, पी. तुलसी राव, पी. ईश्वर राव, वाई. नागू राव और देवेंद्र यादव के नाम शामिल हैं।
ऐसे शुरू हुआ था विवाद
25 जून को स्पोर्ट्स सेल के इंचार्ज श्रीकांत पाढ़ी ने अपने साथी कोच देवेंद्र यादव का जन्मदिन मनाने के लिए बॉक्सिंग क्लब में पार्टी रखी थी। इस पार्टी में चिकन और मछली फ्राई तैयार की गई, साथ ही बीयर और शराब का सेवन भी हुआ। मौके पर मौजूद कोचों और खिलाड़ियों के साथ फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इसके बाद हाईकोर्ट ने जनहित याचिका मानकर सुनवाई शुरू की और रेलवे प्रशासन से जवाब तलब किया।
रेलवे ने कोर्ट में दी जानकारी
डिप्टी सॉलिसिटर जनरल रमाकांत मिश्रा ने 30 अक्टूबर को कोर्ट को बताया कि रेलवे के जीएम ने शपथपत्र प्रस्तुत कर दिया है। इसमें कहा गया है कि सभी 12 कर्मचारियों के खिलाफ जांच का आदेश जारी हो चुका है। जांच पूरी करने के लिए 100 दिनों की समयसीमा तय की गई है।













