बिलासपुर। रतनपुर में मिले अज्ञात व्यक्ति की हत्या के रहस्य से पर्दा उठ गया है। पुलिस की सक्रियता और निरंतर प्रयासों के चलते इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा हुआ। मृतक की पहचान सूरज खैरवार के रूप में हुई, और जांच में सामने आया कि हत्या उसके ही चचेरे भाई ओमप्रकाश उर्फ कोड़ा खैरवार (उम्र 19 वर्ष, निवासी धनवार मोहल्ला, सोढ़ीपारा, रतनपुर) ने की थी।
हत्या की साजिश और सुराग मिटाने की कोशिश
28 फरवरी 2025 को रतनपुर पुलिस को सूचना मिली कि सोढ़ीपारा पहाड़ी के नीचे एक व्यक्ति का शव जला हुआ पड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक राजनेश सिंह (IPS) तत्काल मौके पर पहुंचे और पहचान कर जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। मौके पर एएसपी (ग्रामीण) अर्चना झा, एसडीओपी कोटा नूपुर उपाध्याय, थाना प्रभारी रतनपुर, एफएसएल और डॉग स्क्वॉड की टीम भी जांच के लिए पहुंची।
जांच में पता चला कि मृतक के सिर पर गंभीर वार किया गया था और पहचान छिपाने के लिए उसका शव प्लास्टिक की साड़ी से जलाया गया था। आसपास के गांवों में पूछताछ और डॉग स्क्वॉड की मदद से मृतक की पहचान सूरज खैरवार के रूप में हुई।
आरोपी की तलाश और गिरफ्तारी
पुलिस जांच में सामने आया कि घटना के समय मृतक को आखिरी बार उसके चचेरे भाई ओमप्रकाश उर्फ कोड़ा के साथ देखा गया था, जो घटना के बाद से फरार था। पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए पांच अलग-अलग टीमें बनाई और गांव चुमकनवा, नीरतु (थाना कोनी), मझगंवा (पाली), कोरबा, खैरखुंडी, सोढ़ीपारा, धनवारपारा और आसपास के जंगलों में खोजबीन की।
लगातार निगरानी के लिए पुलिस की एक सिविल टीम और मुखबिर तैनात किए गए। आखिरकार, 4 मार्च 2025 को सुबह सूचना मिली कि आरोपी अपने घर की ओर लौट रहा है। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि मृतक उसके एक परिजन पर बुरी नजर रखता था, इसलिये उसे मार डाला। उससे हत्या में इस्तेमाल की गई टंगली (तेजधार हथियार) को घर के पास पहाड़ी के नीचे झाड़ियों से बरामद कराया गया।
आरोपी को जेल भेजा गया
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी रतनपुर निरीक्षक नरेश कुमार चौहान, उपनिरीक्षक कमलेश बंजारे, नरेश गर्ग, उदयभान सिंह, पवन सिंह, रमेश ओरके, सत्यप्रकाश यादव, महेंद्र नेताम, पुलिस डॉग विमला और साइबर टीम की अहम भूमिका रही।
पुलिस अधीक्षक राजनेश सिंह ने पुलिस टीम की इस सफल कार्रवाई की सराहना की और जनता से अपील की कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि अपराधों पर लगाम लगाई जा सके।