बिलासपुर। बिलासपुर जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनावी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस ने सतकली बावरे को अध्यक्ष और स्मृति श्रीवास को उपाध्यक्ष उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जबकि भाजपा ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। 8 मार्च को मतदान होना है, और इस बार कांग्रेस ने पहले ही अपने प्रत्याशी तय कर भाजपा को चौंका दिया है।
कांग्रेस ने निर्दलियों को अपने पाले में किया
जिला पंचायत में कुल 17 सदस्य हैं। इनमें कांग्रेस के 4 सदस्य और 4 निर्दलीय कांग्रेस के समर्थन में आ चुके हैं। इस तरह कांग्रेस के पास अभी 8 वोट हैं, लेकिन बहुमत के लिए 9 वोटों की जरूरत है। ऐसे में एक और वोट की तलाश कांग्रेस के लिए अहम है।
निष्कासित श्रीवास की पत्नी को टिकट
कांग्रेस ने त्रिलोक श्रीवास की पत्नी स्मृति श्रीवास को उपाध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाकर एक बड़ा राजनीतिक दांव चला। त्रिलोक श्रीवास को कांग्रेस ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था, क्योंकि उन्होंने पार्टी अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ अपनी भाभी योगिता आनंद श्रीवास को मैदान में उतारा था। लेकिन अब कांग्रेस ने उनकी पत्नी को उपाध्यक्ष पद का टिकट देकर अंदरूनी समीकरण साधने की कोशिश की है।
भाजपा की रणनीति चुनाव के दिन होगी साफ
भाजपा ने अब तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। माना जा रहा है कि भाजपा 8 मार्च को ही अपने उम्मीदवारों के नाम उजागर करेगी।
मतदान 8 मार्च को, प्रशासन ने की तैयारियां पूरी
जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए 8 मार्च को मतदान होगा। इसके लिए अपर कलेक्टर शिवकुमार बनर्जी को पीठासीन अधिकारी बनाया गया है, जबकि तहसीलदार मुकेश देवांगन और नायब तहसीलदार राहुल शर्मा को सहायक पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है।
अब देखना यह होगा कि कांग्रेस अपनी रणनीति में सफल होती है या भाजपा कोई नया दांव खेलती है।