बिलासपुर। सरकंडा पुलिस ने गांजा तस्करी के एक  मामले में मुख्य सप्लायर मोहन नाग को उड़ीसा से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और ओडिशा से छत्तीसगढ़ के कोटा क्षेत्र में गांजा सप्लाई करता था। इससे पहले पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल था।


पहले 3 आरोपी पकड़े जा चुके थे

बीते 06 मार्च 2025 को सरकंडा पुलिस और यातायात थाना की संयुक्त टीम ने वाहन चेकिंग के दौरान थाना अजाक के पास एक बाइक को रोका। बाइक पर सवार एक व्यक्ति मौके से भाग गया, जबकि चालक को पकड़ लिया गया। पूछताछ में पकड़े गए व्यक्ति की पहचान विकास वर्मा निवासी गनियारी के रूप में हुई।

उसकी तलाशी में बाइक के कार्टून और सीट के नीचे से कुल 10.700 किलो गांजा बरामद हुआ, जिसकी कीमत करीब 1.5 लाख रुपये आंकी गई। साथ ही बाइक और मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया। वर्मा ने बताया कि वह यह गांजा संदीप वर्मा के कहने पर एक नाबालिग के साथ ओडिशा से लाया था। संदीप वर्मा और नाबालिग को 08 मार्च 2025 को गिरफ्तार किया गया।


गिरफ्तार करने ओडिशा गई पुलिस टीम

पूछताछ और विवेचना के दौरान सामने आया कि गांजा की आपूर्ति मोहन नाग नामक व्यक्ति द्वारा ओड़िशा से की जाती है, जो घटना के बाद से फरार था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर मामले की विवेचना एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सदस्य सीएसपी सिद्धार्थ बघेल की निगरानी में की गई। आरोपी मोहन नाग का लोकेशन ओड़िशा में ट्रेस होने पर सरकंडा पुलिस की टीम तत्काल रवाना की गई।

दिनांक 15 मई 2025 को ओड़िशा के ग्राम बांका बियर, थाना पटनागढ़, जिला बलांगीर निवासी मोहन नाग (38 वर्ष) को गिरफ्तार कर बिलासपुर लाया गया और न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।


अब तक की बरामदगी:

  • 10.700 किलोग्राम गांजा
  • मोटरसाइकिल (CG 10 BW 9342)
  • मोबाइल फोन
  • कुल कीमत: ₹2,36,000

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