बिलासपुर। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद राज्य स्तरीय अधिकारियों की टीम ने जिले की 18 मदिरा दुकानों पर अचानक छापा मारा। इस दौरान कई गंभीर खामियां पाई गईं, जिसके बाद अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मदिरा दुकानों की व्यवस्थाओं को लेकर शासन स्तर पर मिल रही शिकायतों के बाद 17 अगस्त को 18 मदिरा दुकानों पर अचानक जांच की गई। आबकारी सचिव आर. संगीता के निर्देश पर छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्याम धावड़े के नेतृत्व में आबकारी विभाग के अधिकारियों की टीम ने यह कार्रवाई की। टीम में आबकारी विभाग के राज्य मुख्यालय, सीएसएमसीएल और सीएसबीसीएल के अधिकारी शामिल थे।
जांच के दौरान अधिकारियों ने पाया कि कई मदिरा दुकानों में प्रमुख ब्रांड की मदिरा उपलब्ध नहीं थी, दुकानों का नियमित निरीक्षण नहीं हो रहा था, और सुरक्षा गार्ड भी अनुपस्थित थे। साथ ही, अधिकांश दुकानों में अहातों का संचालन ठीक से नहीं हो रहा था और सफाई की भी कमी थी।
जांच के बाद, प्रबंध संचालक श्याम धावड़े ने आबकारी अधिकारियों और संभागीय उड़नदस्ता के अधिकारियों के साथ बैठक की और पाई गई कमियों को तत्काल सुधारने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही, राजस्व लक्ष्य प्राप्ति और आपराधिक प्रकरणों की कायमी के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
गौरतलब है कि 7 अगस्त को आबकारी आयुक्त आर. संगीता ने सभी जिलों के आबकारी अधिकारियों की बैठक ली थी, जिसमें मदिरा दुकानों के नियमानुसार संचालन और विभाग द्वारा निर्धारित राजस्व लक्ष्य की पूर्ति के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद, बिलासपुर जिले में प्रगति संतोषजनक नहीं रही, जिसके चलते यह आकस्मिक जांच की गई।
जांच दल में अपर आयुक्त राकेश मंडावी, उपायुक्त आशीष श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त नवीन प्रताप सिंह तोमर, मंजुश्री कसेर, आशीष कोसम और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।