हमले में दोनों गंभीर रूप से घायल, चार आरोपियों को दबोचा पुलिस ने

बिलासपुर। रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। मस्तूरी थाना क्षेत्र के मल्हार में रहने वाली सतरूपा श्रीवास और उनकी बेटी बृहस्पति श्रीवास की हत्या की साजिश उन्हीं के देवर ने रची थी। अनुकंपा नियुक्ति पर कब्जा जमाने के लिए देवर विष्णु श्रीवास ने अपने रिश्तेदार कृष्ण श्रीवास के साथ मिलकर 5 लाख रुपये की सुपारी दी थी। इस सौदे में 70 हजार रुपये एडवांस भी दिए गए थे। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

नकाबपोश आरोपी घात लगाकर दरवाजे पर बैठे थे 

मल्हार स्थित खैयापारा की रहने वाली सतरूपा श्रीवास अपनी बेटी बृहस्पति के साथ रहती थीं। 26 सितंबर की सुबह करीब 5 बजे दोनों जब घर का पिछला दरवाजा खोल रही थीं, तभी नकाबपोश हमलावर लाठी लेकर घात लगाए बैठे थे। दरवाजा खुलते ही उन्होंने मां-बेटी पर हमला कर दिया। चीख सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे तो हमलावर भाग गए। गंभीर रूप से घायल मां-बेटी को पहले मस्तूरी अस्पताल और फिर बिलासपुर रेफर किया गया। फिलहाल उनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है।

मास्टरमाइंड देवर सहित 4 गिरफ्तार 

मामले की रिपोर्ट बृहस्पति श्रीवास ने दर्ज कराई। जांच में सबसे पहले नूतन कर्ष और टेकराम केवट को पकड़ा गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह पूरी साजिश विष्णु प्रसाद श्रीवास और कृष्ण कुमार श्रीवास ने रची थी। दोनों ने ही हमले के लिए 5 लाख की सुपारी दी थी। इसके बाद पुलिस ने मास्टरमाइंड देवर विष्णु और उसके साथी कृष्ण को भी गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से हमला करने में इस्तेमाल बाइक और लाठियां बरामद की गईं।

सभी ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजे गए 

गिरफ्तार आरोपियों में नूतन कर्ष (28), टेकराम केवट (30), कृष्ण कुमार श्रीवास (38) और विष्णु प्रसाद श्रीवास (35) शामिल हैं। सभी जांजगीर-चांपा जिले के रहने वाले हैं। पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त दो लाठियां, घटना के समय पहने कपड़े और मोटरसाइकिल जब्त की है। सभी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

अनुकंपा नियुक्ति हड़पने की साजिश 

पुलिस जांच से पता चला कि सतरूपा के पति तारकेश्वर श्रीवास की मौत के बाद उनकी बेटी के लिए एसईसीएल में अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही थी। इसी नौकरी पर कब्जा करने के लालच में देवर विष्णु प्रसाद श्रीवास ने यह खौफनाक साजिश रची और रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here