मुंगेली। जिले के लोरमी वन परिक्षेत्र में सियार का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक सियार के हमलों में कुल 15 ग्रामीण घायल हो चुके हैं, जिनमें हाल ही में एटीआर (अचानकमार टाइगर रिजर्व) के ग्राम डंगनिया बिसौनी और मंजूरहा के 6 और ग्रामीण शामिल हो गए हैं। सभी घायलों का लोरमी के अस्पताल में इलाज कराया गया और उन्हें वैक्सीन दी गई है। इलाज के बाद सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया है। वन विभाग ने हमले की गंभीरता को देखते हुए प्रभावित गांवों में मुनादी कराई और लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है।

हाट बाजार में कराई जा रही मुनादी 

घटना के बाद अचानकमार टाइगर रिजर्व के उपसंचालक गणेश यू आर और वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट डॉक्टर चंदन ने प्रभावित ग्रामों का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों को सियार से बचने के उपाय और समझाइश दी। साथ ही हाट बाजार और अन्य नजदीकी गांवों में मुनादी कराई गई ताकि ग्रामीणों को आगाह किया जा सके।

कोर्ट से लौटते ग्रामीणों पर हमला 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, अचानकमार टाइगर रिजर्व के बफर जोन क्षेत्र के ग्राम डंगनिया निवासी नवरंग बैगा सहित 18 वनांचल के ग्रामीण मुंगेली न्यायालय गए हुए थे। वापसी के दौरान मंजूरहा के चकदा नाला में रात करीब साढ़े आठ बजे सियार ने हमला कर दिया। वहीं, मुकेश बैगा, जो शाम को जंगल से लकड़ी लेकर लौट रहा था, सियार के हमले का शिकार हो गया। इसके अलावा, छट्ठी कार्यक्रम से लौट रही एक महिला पर भी खोखर नाला के पास सियार ने हमला किया। कुल मिलाकर 6 ग्रामीण घायल हुए, जिनका इलाज 50 बिस्तर अस्पताल में किया गया।

पहले के हमलों में 9 घायल 

इससे पहले, खुड़िया वन परिक्षेत्र के दुल्लापुर, दरवाजा, खुड़िया, कारीडोंगरी, और तिलकपुर के 9 ग्रामीणों पर सियार ने हमला किया था। वन विभाग ने वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट डॉ. चंदन के मार्गदर्शन में सियार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए थे, लेकिन अब तक सियार को पकड़ने में सफलता नहीं मिली है। अ 

वन विभाग की सतर्कता और निरंतर प्रयास

खुड़िया वन परिक्षेत्र के अधिकारी क्रिस्टोफर कूजूर ने बताया कि 20 सितंबर को सियार के हमले की खबरें आने के बाद तत्काल मुनादी करवाई गई और ग्रामीणों को सतर्क किया गया। सियार को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों की मदद से पिंजरे लगाए गए हैं। अब तक पिंजरे में सियार को कैद नहीं किया जा सका है। 

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