कोरबा। हरदीबाजार के बाजार मोहल्ला में रहने वाले ऑटो चालक अशोक यादव उर्फ सोनू यादव (35 वर्ष) ने शनिवार को अपने घर में गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर अपनी पीड़ा साझा की और अपनी मौत के लिए मुड़ापार निवासी एक युवती और पुलिस को जिम्मेदार ठहराया।
फेसबुक पोस्ट में व्यक्त की मानसिक यातना
अशोक यादव ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा कि मुड़ापार की युवती उसे पिछले तीन साल से आर्थिक रूप से ब्लैकमेल कर रही थी, जिसके चलते वह मानसिक रूप से काफी परेशान था। उसने बताया कि शनिवार को युवती और पुलिस ने उसे फोन कर धमकाया, और पैसा न देने पर फंसाने की धमकी दी। इस तनाव के कारण उसने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया। यादव ने पोस्ट में अपनी तस्वीर भी साझा की और लिखा कि उसे अब कोई रास्ता नहीं दिख रहा है।
पुलिस और युवती पर लगाए गंभीर आरोप
ऑटो चालक ने आरोप लगाया कि उसने 23 अगस्त 2024 को हरदीबाजार थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें युवती द्वारा लगातार ब्लैकमेलिंग और आर्थिक शोषण की बात कही थी। पुलिस द्वारा युवती से माफी मंगवाकर मामला सुलझाने की कोशिश की गई, लेकिन उसके बाद फिर से ब्लैकमेलिंग शुरू हो गई और पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस कार्रवाई के बजाय उसे ही धमकाती रही।