कवर्धा। लोहारीडीह की हिंसा और हिरासत में मौत के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में उबाल आ गया है। कांग्रेस ने राज्यव्यापी बंद का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस के नेताओं ने इस घटना के लिए प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
15 सितंबर को लोहारीडीह गांव में शिवप्रकाश उर्फ कचरू साहू की हत्या के शक में भीड़ ने उप सरपंच रघुनाथ साहू के घर पर हमला कर आग लगा दी, जिसमें उनकी जान चली गई। इस हिंसा में पुलिस को गांव में प्रवेश करने से रोका गया, और पुलिस पर पथराव हुआ, जिसमें SP अभिषेक पल्लव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना के पीछे गांव में चल रही राजनीतिक रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई बताई गई है। पुलिस ने इस मामले में 161 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की और 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।

आरोपी की हिरासत में मौत
इस घटना से जुड़े एक आरोपी प्रशांत साहू की न्यायिक हिरासत में मौत हो गई, जिसके बाद मृतक के भाई ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया। दीपक साहू ने कहा कि उनके भाई को बेरहमी से पीटा गया, जिससे उनकी मौत हुई। इस मामले में ASP विकास कुमार को सस्पेंड किया गया है, और पुलिस पर हिरासत में हिंसा के आरोप लगाए गए हैं। इसी बीच एक और वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एसपी अभिषेक पल्लव की मौजूदगी में गांव की एक महिला को लाठियों से पुलिस पीट रही है।

सिटिंग जज से जांच की मांग
गुरुवार को कवर्धा में कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है, और प्रशासन स्थिति को संभालने में नाकाम साबित हो रहा है। उन्होंने गृह मंत्री को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने लोहारीडीह मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने और मृतक कचरू साहू का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग उठाई है। इसके अलावा, रेंगाखार थाने की सीसीटीवी फुटेज की जांच की भी मांग की गई है।

कांग्रेस का आरोप: सरकार नाकाम
कांग्रेस नेताओं ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर प्रशासन ने समय पर कार्रवाई की होती, तो यह घटना टाली जा सकती थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, “सरकार कत्ल और हिंसा पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है। मुख्यमंत्री को कानून व्यवस्था पर नियंत्रण के लिए लगातार निर्देश देने पड़ रहे हैं, फिर भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं।” कांग्रेस का मानना है कि यह घटना प्रशासनिक विफलता का स्पष्ट उदाहरण है और राज्य में कानून का राज पूरी तरह खत्म हो चुका है।

आम आदमी पार्टी ने भी बनाई जांच समिति

लोहारीडीह में हुई हिंसा और हत्याकांड को लेकर आम आदमी पार्टी ने भी एक जांच समिति का गठन किया है। छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने गुरुवार को इस समिति की घोषणा की। समिति का नेतृत्व अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला करेंगी। समिति में शामिल अन्य प्रमुख सदस्य हैं राजा खड्गराज सिंह, नजदे टोंडकर, अभिषेक मिश्रा, मीना मिगलानी बघेल, शिवानी मिश्रा गुरूदेव, योगी नन्दकुमार, भूरेश तिवारी और सुमन साहू।
समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वे जल्द से जल्द घटनास्थल का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करें और वस्तुस्थिति का अवलोकन करके अपनी रिपोर्ट आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश कार्यालय को प्रस्तुत करें। इस रिपोर्ट के आधार पर पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी। आम आदमी पार्टी के प्रदेश महासचिव जदुल आलम ने कहा कि पार्टी पूरी तरह से पीड़ितों के साथ खड़ी है और इस मामले में न्याय की मांग की जाएगी।

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