बिलासपुर। केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू ने गुरुवार को नई दिल्ली मंत्रालय में स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वच्छता अभियानों में दीर्घकालिक परिणामों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सफाई पखवाड़ा केवल अस्थायी समाधान न हो, बल्कि स्थायी व्यवस्था बनाई जाए जिससे चिन्हित स्थानों पर हमेशा स्वच्छता बनी रहे।
स्वच्छ भारत मिशन की डायरेक्टर रूपा मिश्रा सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस बैठक में साहू ने स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत किए गए कार्यों की समीक्षा की। इस वर्ष विशेष रूप से उन स्थानों को “विशिष्ट सफाई चिन्हित यूनिट” (सीटीयू) के रूप में पहचाना गया है जो प्रायः दुर्गम और गंदे रहते हैं। इन स्थानों पर स्थायी समाधान निकालने की दिशा में तेज़ी से काम किया जा रहा है।
साहू ने सभी केंद्रीय लोक उद्योगों को निर्देशित किया कि वे इन सीटीयू क्षेत्रों की नियमित निगरानी करें और ऐसे ठोस उपाय अपनाएं, जिससे वहां पुनः गंदगी न फैले। उन्होंने कहा, “सफाई अभियान का मुख्य उद्देश्य दीर्घकालिक परिणाम हासिल करना है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि एक बार सफाई होने के बाद, उस स्थान की स्वच्छता स्थायी रूप से बनी रहे।”
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि स्वच्छता प्रबंधन के लिए नई तकनीकों और संसाधनों का उपयोग किया जाएगा, जिससे देशभर के सभी चिन्हित स्थानों पर स्थायी सफाई प्रबंधन किया जा सके।