बिलासपुर। नेशनल हाईवे और अन्य सड़कों पर मवेशियों की लगातार मौजूदगी और इसके कारण हो रहे सड़क हादसों पर चिंता जताते हुए शुक्रवार को हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल की खंडपीठ ने मुख्य सचिव को तत्काल संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर समाधान के लिए रोडमैप तैयार करने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव और एनएचएआई को इस समस्या की मॉनिटरिंग के आदेश भी दिए गए।
राज्य सरकार ने सुनवाई के दौरान शपथ पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें समस्या के समाधान के लिए ठोस उपायों का अभाव देखा गया। वहीं एनएचएआई ने शपथ पत्र दाखिल करने के लिए और समय मांगा। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि पिछले एक साल से मॉनिटरिंग के बावजूद अब तक कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है।
समस्या का हल निकालने का निर्देश
हाई कोर्ट ने 23 सितंबर की सुनवाई में निर्देश दिए थे कि एनएच और राज्य सरकार के अधिकारी मिलकर बैठक करें और सुनिश्चित करें कि सड़कों पर मवेशियों की समस्या का स्थायी समाधान निकले। इसके साथ ही, कोर्ट ने दोनों से नया शपथ पत्र दाखिल करने को कहा था।
मालूम हो कि जिला प्रशासन ने अब सड़कों पर गश्त शुरू कर दी है और नगर निगम ने अपनी टीम बढ़ाई है, जो रात में भी मवेशियों को सड़कों से हटा रही है। अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय कर दी गई हैं और आवारा मवेशियों को हटाने के लिए गहन कार्रवाई की जा रही है।
कई कदम उठाने का दावा
शपथ पत्र में सरकार की ओर से बताया गया कि 27 सितंबर को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में पंचायत एवं समाज कल्याण, नगरीय प्रशासन एवं विकास, लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में मवेशियों के मालिकों के व्यवहार में सुधार लाने और मवेशियों के एकत्र होने वाली जगहों पर स्वयंसेवकों की तैनाती पर चर्चा हुई, जो अधिकारियों को सूचना देंगे।
इसके अलावा, प्रदेश सरकार ने गौ अभयारण्य स्थापित करने की प्रक्रिया को तेज करने और शिकायत निवारण के लिए एक एप्लिकेशन लाने की योजना बनाई है। पशुपालन विभाग ने जानकारी दी कि 63 निजी गौशालाओं को 3.15 करोड़ रुपए वितरित किए गए हैं।
कोर्ट ने दी चेतावनी
हाई कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र में समस्या का कोई तात्कालिक समाधान नहीं पाकर नाराजगी जताई और मुख्य सचिव को 23 अक्टूबर से पहले संबंधित विभागों के साथ बैठक कर समस्या के समाधान के लिए ठोस रोडमैप प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।